गुवाहाटी में साइकिल रैली का उद्घाटन प्रदेश के खेल मंत्री बिमल बोरा ने किया। कार्यक्रम में अर्जुन भोगेश्वर बरूवा, तीरंदाज जयंत तालुकदार सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
असम में शुक्रवार को अभिरुचि खेल दिवस मनाया जा रहा है। राज्य के विशिष्ठ खिलाड़ी अर्जुन भोगेश्वर बरूवा के सम्मान में तीन सितंबर को हर साल उनके जन्मदिन को राज्य में अभिरुचि खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस बार असम राज्य सरकार ने अभिरुचि खेल दिवस को पुरे राज्य में मनाने का निर्णय लिया है। इसको ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में खेल दिवस मनाया जा रहा है। गुवाहाटी में शुक्रवार को अभिरुचि खेल दिवस के अवसर पर चांदमारी ओवर ब्रिज से नेहरू स्टेडियम तक एक साइकिल रैली का आयोजन भी किया गया।
गुवाहाटी में साइकिल रैली का उद्घाटन प्रदेश के खेल मंत्री बिमल बोरा ने किया। कार्यक्रम में अर्जुन भोगेश्वर बरूवा, तीरंदाज जयंत तालुकदार सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
इस दिन को अभिरुचि खेल दिवस के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि इसे अभिरुचि पत्रिका ने सबसे पहले मनाने की शुरुआत की थी।
पत्रिका के प्रमुख बोलेन चक्रवर्ती ने इस मौके पर कहा कि ” अभिरुचि खेल दिवस की शुरुआत अर्जुन भोगेश्वर बरुवा की स्मृति को अनंत काल तक जीवित रखने के लिए की गयी। तब से हर साल असम सरकार और असम के लोग 03 सितम्बर को अर्जुन भोगेश्वर बरुवा की स्मृति में अभिरुचि खेल दिवस मनाते आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि अर्जुन भोगेश्वर बरुवा बचपन में फुटबॉलर थे। बाद में उन्होंने दौड़ के खेल में अपना ध्यान केंद्रित किया और राज्य और देश के प्रति सम्मान अर्जित किया। अर्जुन भोगेश्वर 1960 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे। एथलीट ने 1963 में नई दिल्ली में ऑल इंडिया ओपन एथलेटिक्स मीट में रिले में स्वर्ण पदक जीता था, 1964 में श्रीलंका में ओपन एथलेटिक्स में 400 मीटर और 800 मीटर की रेस में स्वर्ण पदक हासिल किया था।
अर्जुन भोगेश्वर बरुवा ने चंडीगढ़ में आयोजित नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप और बेंगलुरु में 1964-65 नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता था।
अर्जुन भोगेश्वर बरुवा ने 1966 में बैंकॉक में हुए पांचवें एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर पहला स्थान प्राप्त किया। वह किसी भी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले असमिया हैं। उनकी इस उपलब्धि के बाद भोगेश्वर बरुवा को उसी साल सरकार ने अर्जुन पुरस्कार से नवाजा था। अर्जुन पुरस्कार पाने वाले भोगेश्वर बरुवा पहले असमिया हैं। भोगेश्वर बरुवा भारतीय टीम के उन सदस्यों में से एक थे जिन्होंने 1970 में छठे एशियाई खेलों में 4×400 मीटर रिले दौड़ में रजत पदक जीता था।