- 11 दिनों तक अनवरत चलती है रामलीला
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मीरजापुर, 05 अक्टूबर। आदर्श रामलीला समिति देवपुरा राजगढ़ में हिंदू-मुस्लिम दोनों समाज के लोग समान रूप से भागीदारी निभाते हैं और समिति के प्रति समर्पित रहते हैं। राजगढ़ ब्लाक में स्थित इस समिति की स्थापना सन 1951 में पूर्व विधायक स्व. गुलाब सिंह के पिता स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिवकदम सिंह ने ग्रामीणों के सहयोग से किया था।
रामलीला समिति बनाने का उनका उद्देश्य था कि समाज के सभी वर्गों के साथ सभी का भाईचारा एवं सौहार्द कायम रहे। इसलिए उन्होंने समिति में मुस्लिमों को विशेष रूप से जोड़ा। शुरू में मुस्लिम रामलीला पात्रों के कपड़ों को सिलने के साथ रामलीला समिति में राम विवाह और विजयादशमी के साथ भरत मिलाप के दिन अपने बैंड बाजे बजाते थे।
समिति के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व व्यास राजाराम सिंह बताते हैं कि रामलीला समिति में मुस्लिम रामलीला का मंचन भी करते थे। हबीब खान और तोलन खान रावण की भूमिका निभाते थे। पितृ विसर्जन के दिन से शुरू होकर 11 दिनों तक अनवरत रामलीला एवं दो दिन विजयादशमी और भरत मिलाप की झांकी निकलती है। स्थानीय पात्रों द्वारा रामलनना का सजीव मंचन किया जाता है। शिवकदम सिंह की चौथे पीढ़ी सूर्यभान सिंह व उनके परिवार के लोग एवं समिति के हौशिला प्रसाद सिंह, दिनेश सिंह, रामसागर सिंह, रामनिवास सिंह के साथ ही व्यास की गद्दी आनंद प्रकाश सिंह सम्भालते हैं।
मुस्लिम कलाकार पात्रों में डालते थे जान
राजगढ़ की रामलीला में हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे की गजब मिशाल देखने को मिलती है। जब रामलीला के किरदारों को मुस्लिम भाई निभाते हैं तो दर्शक भाव विभोर हो जाते हैं। किरदार निभाने वाले भी राम के आदर्शों से प्रेरित हैं। आदर्श रामलीला समिति के सौजन्य से आयोजित रामलीला के मंचन में कई मुस्लिम कलाकार किरदार निभाते हैं। रामायण व्यास आनन्द प्रकाश सिंह कहते हैं कि हबीब खान और तोलन खान रावण की भूमिका का जीवंत अभिनय करते थे।
हिन्दुस्थान समाचार