दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि विशेषज्ञ कमेटी का कहना है कि बच्चों का बहुत नुकसान हुआ है।
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नई दिल्ली, 27 अक्टूबर। लंबे समय के बाद राजधानी दिल्ली में सभी कक्षाओं के लिए स्कूल खोले जाने की मंजूरी दे दी गई है। दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने घोषणा की कि एक नवम्बर से सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बच्चों को स्कूल में बुला सकेंगे। हालांकि बच्चों को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। इसके लिए कुछ शर्तें भी हैं, जिसका पालन करना होगा।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि विशेषज्ञ कमेटी का कहना है कि बच्चों का बहुत नुकसान हुआ है। इस नुकसान की भरपाई में लंबा समय लगेगा। अब जबकि दिल्ली में कोरोना महामारी की स्थिति नियंत्रण में है, तब स्कूलों को खोले जाने का फैसला लिया गया है। उक्त तारीख के बाद बच्चों को माता-पिता की इजाजत से स्कूल के बुलाया जा सकेगा।
इन बातों का रखना होगा ख्याल
50 फीसदी से ज्यादा छात्रों को नहीं बुलाया जा सकेगा।
क्लासेज ऑनलाइन भी होंगी।
अभिवावक नहीं चाहते तो बच्चों को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।
स्कूल के सभी स्टाफ को टीका लगा हो, जिन्हें नहीं लगा उन्हें लगवाने के आदेश।
कोरोना संबंधी अन्य शर्तें जैसे सेनिटाइजेशन, मास्क और सोशल डिस्टनसिंग की शर्तों का पालन करना जरूरी।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले दिल्ली सरकार ने 9वीं से ऊपर की कक्षाओं के बच्चों के लिए ही स्कूल खोले जाने की इजाजत दी थी। मामले पर फैसला लेने के लिए विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया गया था। इसी कमेटी ने पहले नवंबर से स्कूल खोलने का सुझाव दिया है।