कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के 17वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन करेंगे।
नई दिल्ली, 27 सितंबर । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को यहां राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के 17वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन करेंगे। इस वर्ष के स्थापना दिवस का विषय हिमालयी क्षेत्र में आपदा से जुड़ी घटनाओं का व्यापक प्रभाव है।
गृह मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में विशेषज्ञ देश के हिमालयी क्षेत्र में भूस्खलन, बादल फटने, भूकंप और ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (जीएलओएफ) सहित आपदा से जुड़ी घटनाओं के व्यापक प्रभावों पर चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पी.के. मिश्रा समापन भाषण देंगे। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, अजय कुमार मिश्रा और निसिथ प्रमाणिक और केंद्रीय गृह सचिव भी स्थापना दिवस समारोह में शामिल होंगे।
एनडीएमए के सदस्य, गृह मंत्रालय (एमएचए) के अधिकारी, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम), केंद्र सरकार के मंत्रालयों व विभागों, राज्य सरकारों, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के वरिष्ठ अधिकारी(एसडीएमए), विभिन्न राज्यों के अग्निशमन और वन विभाग, नागरिक समाज के व्यक्ति और एनडीएमए के पूर्व सदस्य और सलाहकार समिति के सदस्य इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) भारत में आपदा प्रबंधन के लिए शीर्ष निकाय है। एनडीएमए की स्थापना और राज्य तथा जिला स्तर पर संस्थागत तंत्र के लिए एक सक्षम वातावरण का निर्माण आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 द्वारा अनिवार्य है। एनडीएमए आपदा प्रबंधन के लिए नीतियों, योजनाओं और दिशा-निर्देशों को निर्धारित करना अनिवार्य बनाती है। भारत दुनियाभर में आपदा से जुड़े विषयों रोकथाम, शमन, तैयारी और प्रतिक्रिया के लोकाचार के विकास की कल्पना करता है।
इस अवसर पर आपदा मित्र के प्रशिक्षण मैनुअल का विमोचन, आपदा मित्र के योजना दस्तावेज का विमोचन, सीएपी (सामान्य चेतावनी प्रोटोकॉल), भूकंप प्रतिरोधी निर्मित पर्यावरण के लिए सरलीकृत दिशा-निर्देश और शीत लहर पर दिशा-निर्देश रसायन से जुड़े दस्तावेज जारी होंगे।
हिन्दुस्थान समाचार