साल 2021 में शेयर बाजार में बैंकों व वित्तीय संस्थानों ने अपने निवेश को दोगुना कर दिया है।
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नई दिल्ली, 17 अगस्त (हि.स.)। भारतीय शेयर बाजार में बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने साल 2021 के दौरान अपने निवेश की मात्रा को पिछले 2 सालों के दौरान लगभग दोगुने स्तर तक पहुंचा दिया है। प्राइम डेटाबेस से मिले आंकड़ों के मुताबिक साल 2021 में अभी तक बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने आईपीओ के जरिए अपने निवेश को लगभग दोगुना करके 870 करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंचा दिया है।
इसके पहले 2019 में बैंकों और वित्तीय संस्थानों का निवेश 461 करोड़ रुपये के स्तर पर था। बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने भारतीय शेयर बाजार में इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) के जरिए क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के रूप में अपना निवेश किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना महामारी के दबाव की वजह से 2020 में प्राइमरी मार्केट लगभग 6 महीने तक स्थिर बना रहा। लेकिन इस दौरान भी बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के रूप में आईपीओ के जरिए 698 करोड़ रुपये का निवेश किया।
हालांकि निवेश के आंकड़ों के मुताबिक बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने 2021 में अपना निवेश बढ़ाया जरूर है, लेकिन ये निवेश अभी भी 2017 के अपने रिकॉर्ड से काफी पीछे हैं। 2017 में बैंक और वित्तीय संस्थानों ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के रूट के जरिए आईपीओ से को माध्यम बनाकर 4,548 करोड़ रुपये का निवेश किया था। निवेश का ये आंकड़ा अभी तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
आपको बता दें कि बैंक पिछले कई सालों से अपनी ट्रेजरी बुक के जरिए क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के रूप में आईपीओ में निवेश कर रहे हैं। ज्यादातर बैंक इस निवेश के लिए 300 से 500 करोड़ रुपये तक का इंटरनल अप्रूवल लेते हैं और आईपीओ के जरिए बाजार में निवेश करके करते हैं। जानकारों के मुताबिक ज्यादातर बैंक शेयर की लिस्टिंग के वक्त ही मुनाफा कमाकर बाजार से निकल जाने की नीति ज्यादा पसंद करते हैं। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के रूप में आईपीओ के जरिए निवेश करने वाले बैंकों में एक्सिस बैंक, आईडीबीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा प्रमुख हैं।
हिन्दुस्थान समाचार