हाल ही में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ब्राहमण समाज को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसके बाद मामले को बढ़ता देख मांझी ने माफ़ी मांग ली। पर इन सब के बीच भाजपा नेता पर पार्टी की गाज गिर गई और पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।
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बिहार, 22 दिसंबर 2021 : हाल ही में ब्राह्मण समाज को लेकर दिए गए अपने विवादित बयान के लिए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संस्थापक जीतन राम मांझी ने माफी मांग ली है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि एक जाति के खिलाफ बोला गया मेरा शब्द ‘स्लिप ऑफ टंग’ हो सकता है, इसके लिए मैं खेद प्रकट करता हूं। हालांकि उन्होंने आगे लिखा कि मैं ब्राह्मणवाद के खिलाफ हूं और इस व्यवस्था का विरोध जारी रहेगा।
पंडितों के खिलाफ बोले गए मेरे शब्द”स्लिप ऑफ टंग”हो सकता है जिसके लिए मैं खेद प्रगट करता हूं।
वैसे मैं ब्राम्हण नहीं ब्राम्हणवाद के खिलाफ हूं,
ब्राम्हणवाद दलितों से नफरत करता है,दलितों को अछूत बताता है,गले में हडिया,कमर में झाडू,पैर में घूंघरू बंधवाया है।
इनका विरोध जारी रहेगा— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) December 21, 2021
वहीं दूसरी तरफ उनके द्वारा दिए गए विवादित बयान को लेकर उनकी जीभ काटने पर 11 लाख ईनाम देने के बात कहने वाले भाजपा नेता गजेन्द्र झा को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। साथी ही भाजपा ने गजेंद्र झा को 15 दिनों का अल्टीमेटम भी दिया है कि वो अपने दिए गए बयान पर पार्टी को अपना स्पष्टीकरण भी दें।
#Bihar : पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की जुबान काटने की बात करने वाले भाजपा नेता गजेन्द्र झा को पार्टी ने किया निष्कासित।
इसके अलावा पार्टी ने गजेन्द्र झा को 15 दिनों के भीतर अपने दिए बयान पर स्पष्टीकरण देने का अल्टीमेटम दिया है। @BJP4Bihar @jitanrmanjhi @NitishKumar pic.twitter.com/X91ZLmMZFo
— India Voice (@indiavoicenews) December 22, 2021
आपको बता दें कि भाजपा नेता गजेंद्र झा ने जीतन राम मांझी को लेकर यह बयान दिया था कि जो भी जीतन राम मांझी की जीभ काटकर लाएगा उसे वो 11 लाख रुपए का ईनाम देंगे। उनके द्वारा दिए गए विवादित बयान पर सियासत गर्म होने लगी ऐसे में इस मामले को संज्ञान में लेते हुए भाजपा ने गजेंद्र झा को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
गौरतलब है कि हाल ही में ‘हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा’ के संस्थापक और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ब्राह्मण समुदाय को लेकर एक विवादित बयान दिया था। हालांकि मामले को बढ़ता देख उन्होंने ट्वीट कर माफी मांग ली। बावजूद इसके जीतन राम मांझी के दिए बयान के बाद से ब्राह्मण समाज में उनके खिलाफ नाराजगी बढ़ती ही जा रही है। जिसके बाद से जीतन राम मांझी के खिलाफ बिहार के अलग अलग थानों में शिकायत दर्ज की गई है। साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग उठाई जा रही है।
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