कांग्रेस, बसपा, भाजपा छोड़कर सैकड़ों नेताओं ने ग्रहण की सपा की सदस्यता.
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लखनऊ, 01 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव होना है ऐसे में जहाँ एक तरफ आरोप प्रत्यारोप की लहर चल रही है वहीं राजनीतिक गलियारों में नेताओं के पार्टी छोड़ दूसरे पार्टी में आने जाने का सिलसिला भी चालू हो गया है. प्रदेश में विधान सभा चुनाव से पहले भाजपा को भी झटका लगा है. दरअसल भाजपा के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली है. आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर शुक्रवार को कांग्रेस, बसपा, भाजपा, दलित समाज सहित कई संगठनों के नेताओं ने सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
समाजवादी पार्टी से जुड़ने वालों की जानकारी देते हुए सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा कि राहुल भारतीय दलित महासभा के अध्यक्ष, आशु पंडित भाजपा, गयादीन कांग्रेस, शहीद खान बस्ती, डॉ ओंकार सिंह पटेल अपना दल,, जेबा रिजवान बलरामपुर, किन्नर समाज के बबलू बिंद, किन्नर रौशनी सहित सैकड़ों लोगों ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली है।
वहीं पार्टी में शामिल सभी नए नेताओं का सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्वागत भी किया. साथ ही प्रेस कांफ्रेंस कर मौजूदा योगी सरकार पर जम कर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा कि जितने भी अधिकार संविधान से मिले हैं, उसे छीनने का काम भाजपा कर रही है। सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा झूठ बोल रही है, भाजपा को पता नहीं पेट्रोल, डीजल, खाद की महंगाई हो गयी है, हर वर्ग का व्यक्ति आज अपमानित हो रहा है।
अखिलेश ने मनीष गुप्ता हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि गोरखपुर में जो घटना हुई है, वो देश दुनिया में आज तक नहीं हुई। गोरखपुर की हत्या कोई नया नहीं है इसके आलावा लखनऊ में हत्या हुई, नोएडा में हत्या हुई, पुष्पेन्द्र की हत्या हुई, इतना ही नहीं ह्यूमन राइट ने सबसे ज्यादा नोटिस यूपी में भेजा है। उन्होंने आगे कहा कि सबसे ज्यादा अधिकारी यहां फरार है। इन्हें सरकार ने फरार किया हुआ है।
आगामी चुनाव का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने दावा किया कि भीम राव अम्बेडकर और लोहिया के रास्ते पर चलकर हम सरकार बनाएंगे।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि सपा ही भाजपा को हरा सकती है। जनता भी सपा की सरकार लाना चाहती हैं। हर वर्ग भाजपा को हटाना चाहते हैं। किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं किया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर मामले में कप्तान तो भाजपा के रिश्तेदार है। उनसे कैसे न्याय की उम्मीद करें। एक आईएएस फरार है। ये पुलिस के द्वारा पहली हत्या नहीं है। उत्तर प्रदेश में अभी तक कई फेक एनकाउंटर हुए हैं।