पिथौरागढ़। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में मंगलवार देर रात बादल फट गया। जिससे गुंजी- कालापानी को जोड़ने वाला बैली ब्रिज मलबे में दब गया। जबकि कई स्थानों पर सड़कें ध्वस्त हो गईं। सड़कें ध्वस्त हो जाने से अवागमन बंद हो गया है।
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बादल फटने के कारण नाग पर्वत से निकलने वाले नचेती नाले का पानी अचानक बढ़ गया। जिसके चलते पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा भी आ गया। ग्रामीणों ने बताया कि गूंजी और कालापानी को जोड़ने वाले पक्के पुल के बह जाने से सीमा से संपर्क कट गया है। जिसकी सूचना प्रशासन को दे दी गई है।
पुल टूटने से सेना के जवानों के
साथ-साथ ग्रामीणों की भी मुसीबतें बढ़ीं
धारचूला के संयुक्त मजिस्ट्रेट दिवेश शाशनी ने बताया कि नाचेति नाले में मंगलवार देर रात बादल फटने से गुंजी और कालापानी को जोड़ने वाला पुल टूट गया है। साथ ही सड़क भी बह गई है। बीआरओ को जल्द सड़क व पुल निर्माण करने के निर्देश दे दिए गए हैं। बादल फटने के बाद पुल टूटने से सेना के जवानों के साथ स्थानीय ग्रामीणों की मुसीबतें बढ़ गई हैं।
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उत्तराखंड में बुधवार को भी मौसम बिगड़ा हुआ है। राजधानी देहरादून समेत कई पहाड़ी इलाकों में सुबह की शुरुआत बारिश से हुई। वहीं, मौसम विभाग ने उत्तराखंड के सभी जिलों में बुधवार और गुरुवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
जबकि 21 जुलाई को प्रदेशभर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और देहरादून में कहीं-कहीं तेज गर्जना और बिजली चमकने के साथ भारी बारिश की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि 19 से 21 जुलाई तक प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन होने से सड़क और राजमार्ग अवरूद्ध हो सकते हैं।