उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले योगी सरकार ने रविवार को तीसरा मंत्रिमंडल का विस्तार किया।
लखनऊ, 26 सितंबर। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों पर आखिरकार विराम लग गया। योगी मंत्रिपरिषद में 7 नये चेहरे शामिल किए गए हैं। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने रविवार को राजभवन में इन 7 मंत्रियों को शपथ दिलाई। सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखकर किए गए इस विस्तार के जरिए से योगी सरकार की प्रदेश के एक बड़े वर्ग को साधने की कोशिश साफ दिखाई दे रही है।
राजभवन में 7 मंत्रियों ने ली शपथ
शाहजहांपुर जिले से ब्राह्मण चेहरा जितिन प्रसाद मंत्री बनाये गए हैं। इसके अलावा बरेली से पिछड़ी जाति के विधायक छत्रपाल गंगवार, बलरामपुर से दलित विधायक पलटूराम, अनुसचित जनजाति से आगरा के संजीव कुमार गौर, गाजीपुर की विधायक संगीता बलवंत, आगरा जिले के एमएलसी धर्मवीर प्रजापति के अलावा एक और अनुसचित जनजाति का चेहरा मेरठ के विधायक दिनेश खटिक को योगी मंत्रिपरिषद में राज्य मंत्री के रूप में जगह मिली है।
मिशन 2022 के लिए तैयार बीजेपी
माना जा रहा है कि योगी मंत्रिमंडल के विस्तार के साथ ही बीजेपी चुनाव अभियान में जाने के लिए तैयार हो गई है। मुख्यमंत्री योगी ने अपने मंत्रिमंडल विस्तार में सामाजिक समीकरण और क्षेत्रीय संतुलन का खास ध्यान रखा है। सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है।
इन चेहरों को भेजा विधानपरिषद
मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही राज्य सरकार ने विधानपरिषद की खाली चल रही 4 सीटों पर मनोनयन के लिए नामों का ऐलान कर दिया है। योगी सरकार ने 4 नामों की सूची राजभवन को भेज दी है, जिसमें शामली के चौधरी वीरेन्द्र सिंह गुर्जर, मुरादाबाद के गोपाल अंजान भुर्जी, शाहजहांपुर के जितिन प्रसाद और गोरखपुर के संजय निषाद का नाम शामिल है। इनमें जितिन प्रसाद को रविवार को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। निषाद पार्टी के साथ बीजेपी ने पिछले दिनों ही गठबंधन का ऐलान किया है।
हिन्दुस्थान समाचार