कैट ने कहा एनआईए ने एक रिपोर्ट में कहा कि पुलवामा हमले के रसायन की बिक्री अमेजन से ही हुई थी
नई दिल्ली, 24 नवंबर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने आज देश के कई इलाकों में अमेजन के खिलाफ प्रदर्शन किया। कैट की ओर से अमेजन पर बिकने वाले प्रतिबंधित पदार्थों की बिक्री को बंद करने के लिए ये प्रदर्शन किया गया। ये विरोध झांसी, कानपुर, ग्वालियर, वाराणसी, लखनऊ व नई दिल्ली के साथ ही देशभर के करीब 500 जनपदों किया गया।
अमेजन पर हो रही प्रतिबंधित पदार्थों की बिक्री पर बुधवार कैट संस्था की ओर से विरोध धरना प्रदर्शन किया गया। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने ऑनलाइन मारिजुआना बिक्री को लेकर ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कपड़ों और जूतों पर बढ़ाए गए जीएसटी के लिए भी कैट सदस्य आज सड़कों पर उतरे। धरने पर व्यापारियों ने अमेजन के प्रमुख जेफ बेजोस के पोस्टर पर दम मारों दम लिखकर प्रदर्शन किया। पोस्टर में लिखा गया था “दम मारो दम… कानून से बच निकलेंगे हम“। इस धरने की सूचना कैट पहले ही ट्वीटर पर दे चुकी थी।
आपको बता दें कि सोमवार को सरकार से मारिजुआना की कथित बिक्री जारी रहने पर दिग्गज ई-कामर्स कंपनी अमेजन (AMAZON) के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। कैट ने मध्य प्रदेश के भिंड पुलिस द्वारा 20 किलोग्राम से अधिक मारिजुआना बेचने, पुलवामा आतंकी हमले के लिए बम बनाने में इस्तेमाल किए गए प्रतिबंधित रसायनों की बिक्री के अलावा अब आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम पुलिस द्वारा अमेजन के ई-पोर्टल पर अवैध तरीके से बेचे जा रहे 48 किलोग्राम मारिजुआना (गांजा) की बरामदगी के बाद सरकार से यह मांग की जा रही है।
#BREAKING : #CAIT ने 24 नवंबर को ई-कॉमर्स कंपनी #Amazon के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया।@amazonIN पुलवाना में बमों के लिए इस्तेमाल होने वालें रसायन बेचने और अपने प्लेटफॉर्म पर जहर बेचने के लिए देश में विरोध का मुद्दा बनी हुयी है।#BanAmazon @CAITIndia #amazonposition pic.twitter.com/NV5F1ZbY2B
— India Voice (@indiavoicenews) November 24, 2021
इससे पहले 2019 में, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस बनाने के लिए रसायन जिनका इस्तेमाल पुलवामा आतंकी हमले में किया गया था, उसको भी ई-कॉमर्स पोर्टल के माध्यम से खरीदा गया था। इस आंतकी हमले में CRPF के करीब 40 जवान शही हो गए थे। पुलवामा हमले की जांच में एनआईए ने मार्च 2020 में अपनी रिपोर्ट में इस तथ्य का खुलासा किया था।
कारोबारी संगठन ने बताया कि 20 नवंबर को विशाखापट्टनम पुलिस ने मारिजुआना बरामद करने के बाद एनडीपीएस अधिनियम 1985 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। जानकारी के मुताबिक विशाखापट्टनम पुलिस ने ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के दो कार्मिकों को इस मामले में भी गिरफ्तार किया है। इससे पहले एमपी पुलिस ने अमेजन और उसके सहयोगियों से 17 किलोग्राम मारिजुआना बरामद किया है। इस मामल में मध्य प्रदेश के मेहगांव पुलिस स्टेशन में एनडीपीएस अधिनियम-1985 के तहत प्राथमिकी दर्ज करने के बाद एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
Amazon पर अवैध समानों की बिक्री जारी, CAIT ने की सख्त कार्रवाई की मांग