सेना ने भी एक बयान में बताया कि सतपाल CDS जनरल रावत की निजी सुरक्षा अधिकारियों (PSO) में शामिल थे। सतपाल पहले ही सेवानिवृत्त लेने वाले थे, लेकिन जनरल रावत ने ये कहते हुए रोक दिया था कि दोनों एक साथ 2024 में रिटायर होंगे।
कोलकाता, 9 दिसंबर। कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की मौत हो गई है। उनमें बंगाल के लाल सतपाल राय (41 साल) भी शामिल थे।
वादा था एक साथ रिटायरमेंट का
जानकारी के मुताबिक सतपाल राय एक साल पहले ही रिटायरमेंट लेने वाले थे। लेकिन जनरल बिपिन रावत ने उन्हें ये कह कर रोक लिया था कि दोनों एक साथ 2024 में रिटायर होंगे। ये संयोग ही था कि एक साथ रिटायर होने से पहले दोनों एक साथ मौत के गाल में समा गए।
सतपाल के गांव में मातम पसरा
PSO सतपाल राय की मौत की खबर बुधवार रात दार्जिलिंग के कटुसय में स्थित उनके पैतृक आवास पहुंची। मौत की खबर से परिवार में चीख-पुकार मच गई। पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया। गोरखा बहादुर को खोने वाले का परिवार भी कम बहादुर नहीं है। सतपाल की पत्नी मंदिरा का कहना है कि – मैंने अपने पति को तो खो दिया है। लेकिन उन्होंने देश के लिए अपनी जिंदगी गंवाई है। मेरे दिल को सांत्वना देना बहुत मुश्किल है। लेकिन मुझे गर्व है कि उन्होंने देश के लिए जान गंवाई है और ऐसे व्यक्ति की पत्नी होकर मैं खुद को धन्य महसूस करती हूं।
सतपाल से पत्नी मंदिरा की हुई थी फोन पर बात
मंदिरा ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 8:30 बजे जनरल रावत के हेलीकॉप्टर उड़ान भरने से पहले पति सतपाल से फोन पर बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि गंतव्य पर पहुंचने के बाद दोबारा फोन करेंगे। लेकिन फोन आया तो आर्मी से, वो भी उनकी मौत की सूचना लेकर। पत्नी मंदिरा ने बताया कि जैसे ही हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी उन्हें मिली। उसके बाद मेरे अंकल ने फोन किया। मैंने तुरंत टीवी चालू किया। इसके बाद मैंने सतपाल को फोन करना शुरू कर दिया था, लेकिन फोन नहीं लगा।
सेना ने भी एक बयान में बताया कि सतपाल CDS जनरल रावत की निजी सुरक्षा अधिकारियों (PSO) में शामिल थे। सतपाल पहले ही सेवानिवृत्त लेने वाले थे, लेकिन जनरल रावत ने ये कहते हुए रोक दिया था कि दोनों एक साथ 2024 में रिटायर होंगे।
सतपाल और उनके बेटे की तैनाती गोरखा रेजीमेंट में हुई थी
सतपाल की मां संतु माया राय ने कहा कि हेलीकॉप्टर उड़ान भरने से पहले थोड़ी सी बात हुई थी। बेटे ने कहा था कि अभी थोड़ा व्यस्त हूं। फिलहाल बात नहीं कर सकता, जैसे ही अपने काम से फ्री होता हूं मैं फोन करता हूं। परिवार और आस-पड़ोस के लोगों ने बताया है कि सतपाल बहुत ही विनम्र, दोस्ताना और मददगार स्वभाव के व्यक्ति थे। सतपाल और उनके बेटे की तैनाती गोरखा रेजीमेंट में हुई थी। परिवार में पत्नी मंदिरा के अलावा बेटा विकाल राय है, जो भारतीय सेना में ही है। इसके अलावा एक 16 साल की बेटी मुस्कान हैं, जो पिता के जाने के गम में रो रही हैं।
परिवार वालों ने बताया कि पिछले 10 साल से हवलदार सतपाल रॉय की ड्यूटी सेना के सर्वोच्च अधिकारी विपिन रावत के साथ थी। हाल ही में वो छुट्टी पर घर आए थे और 22 नवंबर को ही वापस लौटे थे। बुधवार को सतपाल ने सुबह 8:30 बजे हेलीकॉप्टर रवाना होने से पहले अपनी पत्नी और दिल्ली में सेना मुख्यालय पर तैनात अपने बेटे विकाल से भी बात की थी।
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