मरीजों को कल चार सौगात... रिम्स में चार माह से बनकर तैयार पीएसए प्लांट, कोविड जांच की कोबास मशीन, 256 स्लाइस की सीटी स्कैन मशीन और सेंट्रल लैब का सीएम करेंगे उद्घाटन
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रांची- कोविड की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की समस्या से संक्रमित मरीजों को जूझना पड़ा था। अस्पतालों में हाहाकार मचने के बाद ऑक्सीजन की कमी से कई लोगों की जानें भी गई। अचानक आए कोरोना के दूसरे लहर ने सरकार, स्वास्थ्य विभाग और लोगों को संभलने का मौका नहीं दिया। लेकिन अब कहा जा सकता है कि यदि तीसरी लहर आए तो ऑक्सीजन की कमी से लोगों की जान नहीं जाएगी। संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर रिम्स में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट के अलावा एक पीएसए प्लांट भी लग कर तैयार है। दो हजार लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन सप्लाई करने की क्षमता है। जिसका उद्घाटन बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे। बुधवार को लोगों को एक नहीं बल्कि चार सौगात मिलेगी।
कोरोना जांच में बेहतर रिपोर्ट देने वाली कोबास मशीन का भी होगा उद्घाटन
पीएसए प्लांट के अलावा कोरोना टेस्ट में आरटी पीसीआर के माध्यम से बेहतर रिपोर्ट देने वाली कोबास मशीन का भी विधिवत उद्घाटन किया जाएगा। हालांकि कोबास मशीन का इस्तेमाल माइक्रोबायोलॉजी विभाग के लैब में पिछले डेढ़ महीने से किया जा रहा है। उद्घाटन के इंतजार में नियमित जांच नहीं हो रही थी, लेकिन उद्घाटन के बाद कोविड-19 टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई जा सकेगी। यह मशीन भी कोरोना काल में सैंपल जांच में बैकलॉग को देखते हुए रिम्स प्रबंधन ने खरीदने का फैसला लिया था।
256 स्लाइस की सीटी स्कैन मशीन की सालों की मांग पूरी, जांच भी जल्द शुरू होगी
मुख्यमंत्री के रिम्स आगमन के बाद उपर्युक्त दो उद्घाटन के बाद ट्रॉमा सेंटर में लगकर तैयार 256 स्लाइस की एडवांस सीटी स्कैन मशीन का भी शुभारंभ किया जाएगा। रिम्स प्रबंधन के अनुसार, यह मशीन वर्ल्ड क्लास की है। इसमें सभी तरह के सीटी स्कैन जांच किए जा सकेंगे। इसके अलावा ब्रेन और हार्ट की एंजियोग्राफी भी हो सकेगी। रिम्स प्रबंधन ने चार दिन पूर्व जांच शुरू करने के लिए एटोमिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड को पत्र लिख अनुमति देने की मांग की है। रिम्स से मशीन का रेडिएशन रीडिंग बोर्ड को भेजी गई है। मशीन की गुणवत्ता व उसके रेडिएशन का आकलन करने के बाद बोर्ड इसके संचालन की अनुमति देगा।
पैथोलॉजिकल जांच यूनिट का भी होगा उद्घाटन, 24 घंटे संचालित होगी सेंट्रल लैबोरेटरी
इधर, रिम्स के ट्रामा सेंटर के पहले तल्ले में बनकर तैयार पैथोलॉजिकल जांच के लिए सेंट्रल इमरजेंसी लैब का भी उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे। मरीजों की बढ़ती संख्या और हाईकोर्ट की लगातार फटकार के बाद रिम्स में होने वाले जांच को बढ़ावा देने के लिए पैथोलॉजिकल लैब का एक्सटेंशन स्थापित किया गया है। यहां 100 तरह से जांच हो सकेगी। लैब का संचालन पैथोलॉजी विभाग, बायोकेमेस्ट्री विभाग, माइक्रोबायोलॉजी विभाग और लैब मेडिसिन के द्वारा किया जाएगा। इस लैब में ब्लड-यूरीन कल्चर समेत कई तरह की जांच हो सकेगी। यहां 6 तरह से ज्यादा नई मशीनें जोड़े में इंस्टॉल की गई है। इंस्टॉल्ड मशीनों में ब्लड क्लॉटिंग सिस्टम की जांच में उपयोगी को कॉग्लूमीटर पीटी टेस्ट मशीन, हार्मोन जांच के लिए एलिजा रीडर, 400 जांच क्षमता वाली बायोकेमेस्ट्री एनालाइजर, यूरिन संबंधित जांच के लिए यूरिन एनालाइजर फुली ऑटोमेटिक आदि शामिल है।