आठवीं कक्षा के विद्यार्थी 18 महीने बाद स्कूल पहुंचे। हालांकि पहले दिन आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों की उपस्थिति कम दर्ज की जा रही है।
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हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण लंबे समय से बंद स्कूलों में रौनक लौट आई है। राज्य के सरकारी विद्यालयों में आठवीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए नियमित कक्षाएं सोमवार से लगनी आरंभ हो गई हैं। आठवीं कक्षा के विद्यार्थी 18 महीने बाद स्कूल पहुंचे। हालांकि पहले दिन आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों की उपस्थिति कम दर्ज की जा रही है।
नियमित कक्षाएं लगने पर स्कूलों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी एस.ओ.पी. के तहत पूरे इंतजाम किए गए हैं। स्कूलों में दो गज की दूरी, मास्क पहनना, हैंड सैनिटाइजर अनिवार्य रहेगा। स्कूल में कमरे की क्षमता के अनुसार 50 फीसदी विद्यार्थियों को ही एक कक्षा में बिठाया जाएगा। स्कूलों में प्रार्थना सभा और खेल गतिविधियां नहीं होंगी। इसके अलावा आनलाइन शिक्षण सामग्री प्रतिदिन विद्यार्थियों को भेजी जाएगी।
इस बीच शिक्षा विभाग ने आठवीं कक्षा के बच्चों के लिए स्कूलों में मिड डे मील नहीं देने का निर्णय लिया है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किए हैं कि बच्चों को अपना लंच साथ लाना होगा। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के मददेनजर प्रदेश में पहली से सातवीं कक्षाओं के लिए स्कूल अभी बंद हैं। इन कक्षाओं के विद्यार्थियों को स्कूल बुलाने पर शिक्षा विभाग प्रदेश सरकार के आदेशों का इंतजार कर रहा है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में यदि कोरोना के मामलों में और कमी आई, तो सरकार इन कक्षाओं के विद्यार्थियों को स्कूल बुलाने का निर्णय ले सकती है। वर्तमान में राज्य में कोरोना के एक हजार तीन सौ 45 सक्रिय मामले हैं जबकि अब तक दो लाख 20 हजार 4 सौ 79 लोग उपचार के बाद ठीक हो गए हैं। प्रदेश में कोरोना महामारी से अब तक 3 हजार 6 सौ 88 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।