गांधीनगर। बिपरजॉय तूफान गुरुवार शाम तक गुजरात के कच्छ के तटीय इलाकों में टकराएगा। इस चक्रवात के गुजरात तट से टकराने के बाद राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में इसका असर दिखने लगेगा।
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16 जून की दोपहर तक ये चक्रवात डिप्रेशन के रूप में राजस्थान में प्रवेश करेगा, जो 17 जून तक जोधपुर के नजदीक आने तक लो प्रेशर एरिया में तब्दील होकर खत्म हो जाएगा।
गुजरात के तटीय इलाकों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय बेहद खतरनाक हो चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, यह गुरुवार शाम तक कच्छ के जखाऊ पोर्ट पहुंचेगा। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि चक्रवात बिपरजॉय सौराष्ट्र कच्छ की तरफ बढ़ रहा है।
यह जखाऊ से करीब 180 किमी की दूरी पर है। हवाओं की रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटे है। उन्होंने कहा कि यह शाम 8 बजे तट से टकरा सकता है। इसकी वजह से पेड़, छोटे मकान, मिट्टी और टिन के घरों को नुकसान हो सकता है।
कच्छ और सौराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी
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कच्छ और सौराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। गुजरात के प्रभावित 8 जिलों से 75 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात और महाराष्ट्र समेत कर्नाटक, लक्षद्वीप, केरल, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और पश्चिमी राजस्थान में इसका असर देखा जा रहा है। यहां के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है।
गुजरात के साथ महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी असर। इन इलाकों में NDRF की 33 टीमें तैनात की गई हैं। कोस्ट गार्ड, आर्मी और नेवी की रेस्क्यू और रिलीफ टीमों को रिजर्व रखा गया है।
इन इलाकों में चक्रवात के गुजर जाने के बाद यातायात और बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए करीब छह सौ टीमें बनाई गईं हैं। गुजरात के आठ तटीय जिलों में 75 हजार लोगों को अस्थायी शिविर में ले जाया गया है।
अकेले कच्छ जिले से 34 हजार से ज्यादा लोगों को निकाला गया। इसके बाद जामनगर में 10 हजार, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है। पश्चिम रेलवे ने चक्रवात संभावित क्षेत्रों में 67 ट्रेनें रद्द की हैं, 25 के रूट बदले हैं।
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राजस्थान में 24 घंटे में होगी भारी बारिश
जयपुर। अरब सागर में बने चक्रवात बिपरजॉय का असर गुरुवार शाम से राजस्थान में दिखना शुरू हो जाएगा। इसको लेकर 16 और 17 जून को भारी बारिश का दौर शुरू होगा।
बताया जा रहा है कि इसका सबसे ज्यादा असर जोधपुर संभाग में दिखेगा। यहां भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है। राहत और बचाव के लिए SDRF, NDRF की 9 कंपनियां अलग-अलग जिलों में तैनात की गई हैं। जैसलमेर में मनरेगा श्रमिकों को भी 16 और 17 जून को छुट्टी पर रहने के आदेश दिए गए हैं।
इन जिलों के लिए रेड अलर्ट
मौसम केन्द्र जयपुर ने इस तूफान से जालोर, बाड़मेर, पाली, जोधपुर और नागौर जिलों में अति भारी बारिश होने की आशंका जताते हुए इन जिलों के लिए 16-17 जून का रेड अलर्ट जारी किया है।