सब्जियों में सैकड़ों तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे में विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, और स्टार्च जैसे अन्य मिनरल्स आदि।
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नई दिल्ली 24,सितंबर– हरी सब्जियां हम सब के लिए प्रकृति से मिले एक वरदान के रूप में हैं, जो सिर्फ हमारा पेट ही नहीं भरती बल्कि हमें हजारों तरह की बीमारियों से भी लड़ने में मदद करती हैं. साथ ही कई अन्य खतरनाक बीमारियों से भी बचाती हैं। लगभग सभी प्रकार की सब्जियों में सैकड़ों तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे में विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, और स्टार्च जैसे अन्य मिनरल्स आदि। आपको बता दें कि हमारे शरीर के फंक्शन्स को ठीक रखने और हमारे इम्यून सिस्टम को ताकत देने के लिए इन सभी पोषक तत्वों की जरूरत पड़ती है। कई सब्जियों में तो इतने पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो ट्यूमर और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों को भी पनपने से रोक सकते हैं।
इसी तरह अनेक सब्जियां आपके जहाँ एक तरफ आपके खून को पतला करती हैं, वहीं कुछ आपके नसों को भी चौड़ा करती हैं तो कुछ आपके पाचनतंत्र को आराम पहुंचाती हैं. साथ ही साथ कुछ सब्जियां हमारे शरीर में खून और प्लेटलेट्स को भी बढ़ाती हैं। यानी कुल मिलाकर हरी सब्जियां खाना सेहतमंद जीवन के लिए एक गारंटी है। लेकिन आज के बदलते इस दौर में हमारी जीवन चर्या ऐसी हो गई है जहाँ हम पोषक तत्वों से ज्यादा बाहर की चटपटी चीजें खाना ज्यादे पसंद करने लगे हैं. उसका असर ये हुआ है कि आप अनगिनत बिमारियों के गिरफ्त में आ जाते हैं.
एक कारण ये भी है कि कई बार ऐसा होता है कि आप पर्याप्त सब्जियां नहीं खाते हैं क्योंकि आपके पास खाने के लिए दूसरी टेस्टी चीजें मौजूद हैं। पर जब भी आप सब्जियां कम खाते हैं तो आपका शरीर आपको कुछ संकेत भेजता है, जिसे पहचानना बेहद जरूरी हो जाता है. क्योंकि सब्जियों को लेकर डॉक्टरों की जो राय है वो ये है कि अगर कोई व्यक्ति बिल्कुल भी सब्जियां न खाए, तो उसका शरीर बहुत जल्दी रोगों और बीमारियों का घर बन जाएगा। लिहाज़ा शरीर के इन संकेतों को समझकर आपको अपने खाने में सब्जियों की मात्रा बढ़ाने की जरूरत है।
खाने के बाद भी भूख का एहसास
आपको बता दें कि आमतौर पर सभी प्रॉसेस्ड फूड्स में फाइबर की बहुत कमी पायी जाती है, जबकि फाइबर का सबसे अच्छा स्रोत सब्जियों को माना जाता है। माना जाता है कि फाइबर का अच्छी मात्रा में सेवन करने से आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी घटता है, वहीं इसकी मदद से आंतों की सफाई भी हो जाती है और तो और हमारा पाचनतंत्र स्वस्थ रहता है और दिल की बीमारियों का दर भी नहीं रहता है। आज कम समय में ही काफी मात्र में लोग डायबिटीज के शिकार होते नज़र आ रहे हैं ऐसे में रोगी अगर फाइबर वाली चीजें कम खाएं, तो उनके शरीर में ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है और उनके लिए गंभीर खतरा बन सकता है। इसलिए फाइबर जरूरी है। खाने के बाद भी अगर आपको भूख लगी रह जाती है, तो इसका अर्थ है कि आपने सब्जियां और दूसरी फाइबर वाली चीजें कम खाई हैं।
लक्षण
पहला लक्षण कब्ज की समस्या का होना भी है. कब्ज का होना इस बात का संकेत हो सकता है कि आपने कम सब्जियां खाई हैं। क्योंकि आमतौर पर कब्ज की शिकायत उन्हीं लोगों को होती है, जिनका खानपान गड़बड़ होता है या फिर वो ज्यादातर बाहर का खाना पसंद करते हैं। बहरहाल पर्याप्त सब्जियां खाकर आप कब्ज की समस्या से भी राहत पा सकते हैं। सब्जियों में मौजूद फाइबर आपके मल को मुलायम बना देता है, जिससे मलत्याग के समय आपको जोर नहीं लगाना पड़ता है और मल आसानी से उतरता है। इसलिए ऐसे संकेत दिखें तो आप अपने खाने में सब्जियों की मात्रा बढ़ा दें।
चेहरे का चमक फीका पड़ना
कई बार ऐसा होता है कि कम उम्र में ही हमारा चेहरा रुखा या बेजान दिखने लगता है. लिहाज़ा अगर आप कभी ऐसा पाते हैं कि आपके ही समान रंगत वाले दूसरे व्यक्ति के चेहरे पर आपसे ज्यादा चमक है, जबकि आपकी त्वचा बेजान और चमकहीन है, तो ये भी इस बात का संकेत हो सकता है कि आप न तो पर्याप्त मात्रा में सब्जियां खा रहे हैं और न ही पर्याप्त मात्र में पानी पी रहे हैं। दरअसल सब्जियां प्राकृतिक रूप से एंटीऑक्सीडेंट्स का सबसे बेहतर स्रोत मानी जाती हैं, और एंटीऑक्सीडेंट्स वो तत्व होते हैं, जो शरीर में होने वाले ऑक्सिडेशन की प्रक्रिया को रोकते हैं। ऑक्सिडेशन के कारण शरीर में फ्री रेडिकल्स पैदा होते हैं, जो आपकी सेल्स को डैमेज करते हैं। यही कारण है कि जो लोग सब्जियां ज्यादा खाते हैं, उनकी त्वचा पर नैचुरल ग्लो बना रहता है और जो सब्जियों की मात्र अपने डाईट में कम रखते हैं उनका चेहरा वक्त से पहले बेजान और रुखा दिखने लगता है। ऐसे में अगर आप खूबसूरत दिखना चाहते हैं तो अपने खान पान में सब्जियों का मात्रा बढ़ा दें और जितना हो सके उतना हरी सब्जियों को अपने खानपान में इस्तेमाल करें.
हर वक्त कमजोरी महसूस होना –
जैसे गाड़ी को चलाने के लिए पेट्रोल और डीजल की जरुरत पड़ती है ठीक उसी तरह हमारे शरीर को अच्छी तरह से फंक्शन करने के लिए ढेर सारे विटामिन्स और मिनरल्स की रोजाना जरूरत पड़ती है।
लिहाज़ा इन सभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ऐसा बिल्कुल नहीं हो सकता है कि आप सप्ताह में 2 दिन तो सब्जियां खा लें लेकिन बाकी के 5 दिन कुछ भी उलूल-जुलूल बाहर की फालतू चीजें खाते रहें। अगर आप सब्जियां कम खाते हैं तो इसका मतलब है कि आप हाई फैट और हाई कार्बोहाइड्रेट वाली चीजें ज्यादा खा रहे हैं। आपको बता दें कि इस तरह के आहार शरीर में जाकर ब्लड शुगर को बढ़ाते हैं, जिससे आप हर वक्त कमजोरी या फिर खुद को थका हुआ और लो-एनर्जी महसूस करते हैं। परन्तु वहीं सब्जियां खाने से आपके शरीर में ऊर्जा भी रहती है और शरीर के फंक्शन्स भी बेहतर ढंग से काम करते हैं।
वजन का कम होना या बढ़ना
सब्जियां न सिर्फ आपको पोषक तत्व प्रदान करती हैं बल्कि कम सब्जियां आपके घटते या बढते वजन का भी एक कारण है. सब्जियां कम खाने से आपका शरीर दो तरह से रिएक्ट कर सकता है। अगर आप हाई फैट और हाई कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट ज्यादा अपनी डाईट में ज्यादा मात्रा में ले रहे हैं, तो आपका वजन तेजी से बढ़ने लगेगा लेकिन वहीं अगर आप अपने खाने से सब्जियां निकालकर दूसरी पौष्टिक चीजें खा रहे हैं, तो आपके शरीर का वजन घटने भी लगेगा।
इसका सीधा सीधा कारण यह है कि सब्जियां हमारे शरीर में दोनों तरह की डाइट का बैलेंस बनाने का काम करती हैं। सब्जियों में फाइबर और कई मिनरल्स होते हैं, जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को एक्टिवेट करते हैं और शरीर ज्यादा मात्रा में फैट बर्न करता है। इसलिए अगर आपका वजन कुछ समय में घटने या बढ़ने लगा है, तो आपको सब्जियां अपने खाने में बढ़ा देनी चाहिए. लिहाज़ा आपको न सिर्फ बाहर की उल जुलूल चीजें खाने से खुद को बचाना है बल्कि अपने खान पान में ज्यादा मात्रा में हरी सब्जियों को शामिल करना है. ये न सिर्फ आपको रोगों से लड़ने में मदद प्रदान करेंगी बल्कि ये आपको हमेशा उर्जावान, चुस्त, तंदरुस्त और खूबसूरत भी रखेंगीं.