इन विवादास्पद कानूनों पर अपने कदम आगे बढ़ाए तो किसान फिर सत्याग्रह करेगा।
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नई दिल्ली, 26 दिसम्बर : इन दिनों कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का एक बयान (Narendra Singh Tomar Statement) चर्चा का विषय बना हुआ है। तोमर के बयान से किसान फिर भड़क उठे हैं। साथ ही उन्होंने यह चेतावनी भी दे दी है कि, हम बॉर्डर खाली कर घर जरूर लौटे हैं पर हमें किसानों की एक आवाज पर दिल्ली वापस आते देर नहीं लगेगी।
दरअसल कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने हाल ही में महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में एक बयान दिया था। अपने दिए बयान में कृषि मंत्री ने कहा कि, देश की आजादी के बाद केंद्र सरकार ने पहली बार देश के किसानों को ऊंचा मुनाफा दिलाने के मकसद से कृषि कानून लेकर आई थी। केंद्र सरकार जो बिल किसानों के लिए लेकर आई थी वो किसानों की स्थिति में बड़ा सुधार था। पर हमें दुःख है कुछ लोगों को हम समझाने में असमर्थ रहे और बिल वापस लेना पड़ा।
कृषि सुधार कानून दोबारा से लाने का सरकार का कोई विचार नहीं है: केंद्रीय कृषि मंत्री @nstomar #FarmersProtest @ShobhaBJP @BJP4India @OfficialBKU @GurnamsinghBku @RakeshTikaitBKU @NareshTikait https://t.co/tmezW2HPMt
— India Voice (@indiavoicenews) December 26, 2021
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कृषि मंत्री ने आगे कहा कि केंद्र सरकार एक कदम पीछे जरूर हटी है, पर हम जल्द आगे भी बढ़ेंगे। कृषि मंत्री के इस बयान के बाद से देश की राजनीति के साथ-साथ किसान नेताओं में भी ज्वाला भड़क गया। जहां एक तरफ विपक्षी दलों ने सरकार को निशाने पर लेना शुरू कर दिया वहीं दूसरी तरफ़ किसान नेताओं ने भी साफ तौर पर केंद्रीय कृषि मंत्री को धमकी दे डाली।
किसान नेता जगतार सिंह ने साफ तौर पर यह चेतावनी देते हुए कहा कि, किसान संगठन के नेता और सभी किसान घर वापस जरूर आए हैं पर केंद्र सरकार अगर ऐसा कुछ करने का मन बना रही है तो हमें वापस दिल्ली लौटने में जरा भी देर नहीं लगेगी। उन्होंने कहा कि हमारे किसान नेताओं ने एक आवाज दे दी तो चाहे फिर वो दिल्ली हो या महाराष्ट्र लाखों की तादाद में किसानों को वहां पहुंचने में देर नहीं लगेगी। हम उन कानूनों को लागू कभी नहीं होने देंगे जो किसानों के हितों में नहीं है।
वहीं विपक्ष ने भी अब केंद्रीय कृषि मंत्री के इस बयान पर सरकार को आड़े हाथों ले लिया है। कृषि मंत्री तोमर के बयान को आधार बनाकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर पूंजीपतियों के दबाव में दोबारा से देश में कृषि कानून बिल को वापस लाने का आरोप लगाते हुए इस बारे में पीएम मोदी से स्पष्टीकरण मांगा है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कृषि मंत्री के बयान को पीएम मोदी की माफी मांगने को अपमान बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने अगर फिर से इन विवादास्पद कानूनों पर अपने कदम आगे बढ़ाए तो किसान फिर सत्याग्रह करेगा।
वहीं कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के दिए बयान से केंद्र सरकार का तीन किसान विरोधी बिल को वापस लाने की ठोस साजिश का पर्दाफाश हो गया है। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री के बयान से एक बार फिर तीनों कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार का किसान विरोधी षड्यंत्र और चेहरा देश के सामने एक बार फिर उजागर हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पांच राज्यों में चुनाव संपन्न होने बाद सरकार एक बार फिर किसान विरोधी बिल वापस लेकर आ सकती है।
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