उत्तर प्रदेश में गन्ना विभाग 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में ड्रिप सिंचाई संयंत्र लगाने जा रही है, ड्रिप सिंचाई योजना के लिए प्रदेश के 2566 किसानों को चुना गया है।
लखनऊ, 5 सितंबर। गन्ना विकास विभाग ड्रिप सिंचाई के जरिए किसानों को बड़ी राहत देने जा रहा है। गन्ना विभाग 2021-22 में 30 हजार हेक्टेयर गन्ना क्षेत्र में ड्रिप सिंचाई संयंत्र लगाएगा। इससे किसानों को सिंचाई जल की बचत होगी और उपज में बढ़ोत्तरी भी होगी।
कोरोना काल में चीनी मिलों का संचालन हो या फिर गन्ना किसानों को समय पर भुगतान। यूपी सरकार किसानों को सहूलियत देने के साथ उनकी आमदनी बढ़ाने का काम कर रही है। इसमें गन्ना विकास विभाग ड्रिप सिंचाई के जरिए पानी बचाने की तकनीक से किसानों को समृद्ध बनाने जा रही है। गन्ना विभाग के मुताबिक ड्रिप सिंचाई योजना के लिए प्रदेश के 2566 किसानों को चुना गया है। जिनको इसका लाभ दिया जाएगा। ड्रिप सिंचाई के जरिए सिंचाई जल के इस्तेमाल में 50 से 60 प्रतिशत पानी की बचत होगी।
गन्ना विभाग के मुताबिक ड्रिप सिंचाई से एक और बड़ा लाभ भी होगा। इससे भूगर्भ जल के दोहन में काफी कमी आएगी। पेराई सत्र 2021-22 में 30 हजार हेक्टेयर गन्ना क्षेत्र में ड्रिप सिंचाई संयंत्र लगाए जाने की योजना है। इसके बाद योजना का दायरा बढ़ाया जाएगा। विभाग के मुताबिक इस योजना से छोटे गन्ना किसानों को बढ़ा फायदा मिलेगा। गन्ना खेती से उनकी आमदनी में इजाफा होगा।
आपको बतादें कि ड्रिप सिंचाई में पेड़-पौधों को नियमित जरुरी मात्रा में पानी मिलता रहता है, ड्रिप सिंचाई विधि से उत्पादकता में 20 से 30 प्रतिशत तक अधिक लाभ मिलता है। ड्रिप सिंचाई से 60 से 70 प्रतिशत तक पानी की बचत होती है। इस विधि से ऊंची-नीची जमीन पर सामान्य रुप से पानी पहुंचता है।
हिन्दुस्थान समाचार