असम कांग्रेस के नेता एवं सांसद गौरव गोगोई ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना करते हुए इसे 'असभ्य' करार दिया है।
असम के राजीव गांधी ओरांग राष्ट्रीय उद्यान से राजीव गांधी का नाम हटाने का मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा नेतृत्वाधीन सरकार की कैबिनेट ने बुधवार को फैसला किया। राज्य सरकार ने उद्यान के नाम को लेकर हवाला दिया है कि आदिवासी और चाय जनजाति समुदायों की मांग को ध्यान में रखते हुए इस उद्यान को आधिकारिक तौर पर ओरांग राष्ट्रीय उद्यान (ओएनपी) के रूप में मान्यता दी जाएगी।
इस संबंध में असम कांग्रेस के नेता एवं सांसद गौरव गोगोई ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना करते हुए इसे ‘असभ्य’ करार दिया है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ असम के बारे में नहीं है, बल्कि हमने पूरे देश में ऐसा ही देखा जा रहा है। यह जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी तक कांग्रेस पार्टी से आने वाले देश के प्रधानमंत्रियों का पूरी तरह अनादर है। हमने देखा है कि किस तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके समर्थक हमारे नेताओं के योगदान को लगातार कम करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी को यह नहीं भूलना चाहिए कि इन सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। ।
कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक ने कहा कि इस तरह का फैसला सरकार के लोगों की मानसिकता को दर्शाता है। लेकिन एक बात तो तय है कि राजीव गांधी को हमेशा ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा, जिसने राष्ट्र के विकास में काफी योगदान दिया और देश के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया।