हरियाणा में मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद से ही भाजपा में मंत्रालय को लेकर घमासान बढ़ गया है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री खट्टरन ने अनिल विज से गृह विभाग मांगा गया है।
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हरियाणा में हुए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद से ही भाजपा सरकार में तनातनी का दौर शुरु हो गया है। सूत्रों का कहना है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अनिल विज से गृह विभाग मांगा है। इससे अनिल विज नाराज हो गए हैं और इसी वजह से उन्होंने मंत्रिमंडल के विस्तार कार्यक्रम का बहिष्कार किया था। यह विवाद अब दिल्ली के शीर्ष भाजपा नेताओं के पास पहुंच गई है। जबकि हरियाणा के कई नए मंत्री अभी तक विभागों का इंतजार कर रहें हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बीते कुछ दिनों से नाराज चल रहे नेताओं की नाराजगी को दूर करने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार करने का निर्णय लिया, लेकिन अब इसी फैसले की वजह से प्रदेश की राजनीति में उबाल आने लगा है। यह मामला इतना बढ़ गया है कि ये विवाद दिल्ली के भाजपा शीर्ष नेताओं तक पहुंच चुका है।
खट्टर ने नए मंत्री बने कमल गुप्ता के लिए विभाग व खुद अपने लिए गृह विभाग की मांग अनिल विज से की थी। इस पर अनिल विज नाराज हो गए हैं।
बात गृह मंत्री अमित शाह तक पहुंची
हरियाणा मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर छिड़ा विवाद अब गृह मंत्री अमित शाह के पास पहुंच चुका है। मुख्यमंत्री खट्टर और अनिल विज के बीच तालमेल बैठाने पर विचार किया जा रहा है।
अनिल विज का कहना है कि पिछले करीब ढाई सालों से मुख्यमंत्री व उनकी टीम द्वारा उनके ऊपर लगातार गृह विभाग वापस मांगने का दबाव बना रही है। साथ ही विभाग को काम करने नहीं दिया जा रहा था।
कई नेता कर रहे विभागों का इंतजार
फिलहाल भाजपा के हिसार से विधायक कमल गुप्ता व जेजेपी के मंत्री बनाए टोहाना से विधायक देवेंदर सिंह बबली अपने-अपने विभागों का इंतजार कर रहे हैं।