सीएम योगी ने महामारी से बचाव के लिए गंभीरता से काम करने के साथ ही टीकाकरण की रफ्तार को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
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ओमिक्रोन को लेकर पूरे देश में अलर्ट जारी है। अभी तक पूरे देश में ओमिक्रोन के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। तीसरी लहर की आशंका के चलते स्वास्थ्य विभाग भी तैयारीयों में जुटा है। सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों, पीएचसी और सीएचसी में 74 हजार से अधिक बेड बढ़ाए जाने की तैयारी जारी है। वहीँ दूसरी तरफ राज्यस्तरीय स्वास्थ्य परामर्श समिति ने ओमीक्रोन से जुड़े विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए एक रिपोर्ट तैयार की है। इसी रिपोर्ट को आधार बनाकर कोरोना के नए वैरिएंट से लड़ने की नई रणनीति तय की गई है। सीएम योगी ने महामारी से बचाव के लिए गंभीरता से काम करने के साथ ही टीकाकरण की रफ्तार को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ओमिक्रोन की चुनौतियों से निबटने के लिए जिला स्तर पर लगातार समीक्षा बैठकें भी कर रहे हैं। राज्य सरकार के द्वारा स्वच्छता, कोविड प्रोटोकॉल, फोकस टेस्टिंग, टीकाकरण, सर्विलांस, सेनिटाइजेशन को इसे हारने का हथियार बनाया गया है। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में नए बेड बढ़ाए जाने के इंतजाम किये जा रहे हैं। सीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ओमीक्रोन को लेकर अस्पतालों में व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पिछली बार की ऑक्सीजन की समस्याओं को देखते हुए इस बार सरकार ऑक्सीजन व लैब जैसी व्यवस्थाओं पर भी अपनी पैनी नजर बनाए हुए है।
चिकित्सा महानिदेशक डा. वेदव्रत सिंह के अनुसार प्रदेश में करीब ढाई महीने बाद कोरोना के 27 केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अपनी व्यवस्था को और भी ज्यादा दुरुस्त करना शुरू कर दिया है। साथ ही महानिदेशक के अनुसार सभी जिलों को जांच की संख्या बढ़ाने के लिए सख्त निर्देश दिया गया है। कुल होने वाली जांच में से 70 फीसदी जांचों को आरटीपीसीआर करने का निर्देश दिया गया है। वहीं प्रदेश की पीएचसी और सीएचसी को सभी अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किया जा रहा है। सरकार ने प्रदेश में 73000 निगरानी समितियों को भी इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। वर्तमान समय में प्रदेश के अधिकांश जिलों में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा के लिए बीएसएल-2 लैब कार्य करना शुरू कर चुकी है।