Booking.com

राज्य

  1. हिन्दी समाचार
  2. क्षेत्रीय
  3. India-China: चीन ने भारत के अरुणाचल प्रदेश में 15 जगहों के नाम बदले, भारत का चीन को जवाब- नाम बदलने से तथ्य नहीं बदलते

India-China: चीन ने भारत के अरुणाचल प्रदेश में 15 जगहों के नाम बदले, भारत का चीन को जवाब- नाम बदलने से तथ्य नहीं बदलते

चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख के अलावा उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश में भी हाल ही में घुसपैठ की कोशिश की है। इस बीच चीन ने 23 अक्टूबर, 2021 को एक नया भूमि सीमा कानून पेश किया, जो 1 जनवरी, 2022 से लागू होगा।

By इंडिया वॉइस 

Updated Date

नई दिल्ली, 30 दिसंबर। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ 20 महीने से चल रहे गतिरोध के बीच चीन ने एक बार फिर भारत के खिलाफ भड़काऊ हरकत की है। भारत के पूर्वोत्तर राज्य पर अपने दावे को पुष्ट करने के लिए अरुणाचल प्रदेश में 15 जगहों का नाम बदल दिया है। चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने एक आदेश में 01 जनवरी, 2022 से चीनी मानचित्रों पर इन बदले गए नामों का इस्तेमाल करने के लिए कहा है। भारत हमेशा चीन के दावे को खारिज करके अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग कहता रहा है। चीन के ताजा कदम पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया में कहा है कि नाम बदलने से तथ्य नहीं बदलते।

पढ़ें :- तवांग झड़प पर राजनाथ सिंह ने संसद में कहा- हमारे भारतीय जवानों ने दिखाई बहादुरी

चीनी सरकार ने 15 जगहों के नाम बदले

बीजिंग भारत के अरुणाचल प्रदेश में 90 हजार वर्ग किमी. के क्षेत्र पर दावा करके इसे ज़ंगनान या दक्षिण तिब्बत कहता है। चीनी सरकार ने जिन 15 जगहों के नाम बदले हैं, उनमें 8 आवासीय स्थान, 4 पहाड़, 2 नदियां और अरुणाचल प्रदेश में एक पहाड़ी दर्रा शामिल हैं। चीन ने 15 स्थानों के नाम चीनी भाषा में रखकर इन स्थानों को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देने से इनकार किया है। चीनी सरकार के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने घोषणा की है कि उसने मंदारिन चीनी अक्षरों के साथ-साथ तिब्बती और रोमन वर्णमाला में ज़ंगनान या ज़िज़ांग (तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र) के दक्षिणी भाग में 15 स्थानों के नाम ”मानकीकृत” किए हैं। चीन के मुख्य प्रशासनिक प्राधिकरण स्टेट काउंसिल द्वारा जारी भौगोलिक नामों को नियमों के मुताबिक मानकीकृत बताया गया है।

china ministry

चीन ने अप्रैल 2017 में भी की थी अरुणाचल प्रदेश की 6 जगहों के नाम बदलने की कोशिश

पढ़ें :- Olympic Games Beijing 2022 : बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करेगा भारत- विदेश मंत्रालय

इससे पहले भी चीन ने अप्रैल 2017 में भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश के 6 जगहों के नाम बदलने की कोशिश की थी। लेकिन तब भी भारत ने चीन के इस कदम को खारिज कर दिया था। अब फिर अपने क्षेत्रीय दावे पर जोर देने के लिए चीन ने लगभग साढ़े 4 साल बाद 15 जगहों के नाम बदलने की नई कोशिश की है। चीन ने अपने प्रवक्ता के हवाले से फरवरी, 2020 में कहा था कि चीन ने कभी भी अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के हिस्से के रूप में मान्यता नहीं दी थी। बीजिंग में चाइना तिब्बतोलॉजी रिसर्च सेंटर के विशेषज्ञ लियान जियांगमिन के हवाले से कहा गया है कि चीन ने अपने संप्रभु अधिकारों का इस्तेमाल करके दक्षिण तिब्बत में 15 जगहों के नाम को मानकीकृत करने के लिए एक वैध कदम उठाया है।

china ministry

करीब 20 महीने से पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव

भारतीय सेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक करीब 20 महीने से पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर आमने-सामने हैं। ये गतिरोध अप्रैल-मई 2020 में शुरू हुआ, जब चीन ने एकतरफा रूप से सीमा की यथास्थिति बदलने की कोशिश की। इसके बाद एलएसी के पास बड़ी संख्या में चीनी सैनिकों को इकट्ठा करने के जवाब में भारतीय सेना को अतिरिक्त सैनिकों को तैनात करना पड़ा। 15 जून, 2020 को ये गतिरोध तब और बढ़ गया जब पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में एक हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे।

अगस्त में गोगरा पोस्ट से दोनों सेनाएं पीछे हटी

वहीं भारत और चीन के बीच 13 दौर की सैन्य वार्ता और 28 कूटनीतिक वार्ताएं हो चुकी हैं। लेकिन दोनों पक्ष LAC के साथ अन्य शेष आमने-सामने के बिंदुओं में विघटन पर सहमत नहीं हो सके हैं। भारत और चीन के राजनयिकों और वरिष्ठ सैन्य कमांडरों के बीच लंबी बातचीत के परिणामस्वरूप इसी साल की शुरुआत फरवरी में पैन्गोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे से चीनी पीएलए और भारतीय सेना के फ्रंटलाइन सैनिकों की पारस्परिक वापसी हुई। इसी तरह अगस्त में गोगरा पोस्ट से दोनों सेनाएं पीछे हटी हैं। चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख के अलावा उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश में भी हाल ही में घुसपैठ की कोशिश की है। इस बीच चीन ने 23 अक्टूबर, 2021 को एक नया भूमि सीमा कानून पेश किया, जो 1 जनवरी, 2022 से लागू होगा।

भारत के अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा फिर से जताने के चीन के ताजा कदम पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा। कोई भी नाम दे देने से ये तथ्य नहीं बदलेगा।

india reacts

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook, YouTube और Twitter पर फॉलो करे...
Booking.com
Booking.com
Booking.com
Booking.com