विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि दोनों देश लोकतंत्र और बहुलतावादी समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। दोनों विश्व की भलाई की इच्छा वाली सभ्यागत सोच वाले देश हैं।
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नई दिल्ली, 18 अक्टूबर। भारत और इजरायली समाज समान चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। दोनों ही चरमपंथ और आतंकवाद सहित अन्य कई भू-राजनीतिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। ये कहना है विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर का। जयशंकर रविवार को विदेश मंत्री के तौर पर अपनी पहली 5 दिवसीय यात्रा पर इजरायल पर हैं। भारतीय यहूदी समुदाय और भारत वासियों को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने उनकी दोनों देशों की सदियों पुरानी विरासत को सहजने में योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने आशा जाहीर की कि समुदाय आने वाले सालों में दोनों देशों की निकटता को और बढ़ाएगा।
विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि इजरायल में भारतीय यहूदी समुदाय से मिलकर बहुत खुशी हुई। भारत-इजरायल संबंधों को कई गुना बढ़ाने में उनके योगदान को महत्व दिया। विश्वास है कि आने वाले सालों में वो हमें और भी करीब लाएंगे।”
Very productive talks today with APM and FM @YairLapid.
Discussed a wide range of regional and global issues.
Agreed to resume FTA negotiations next month.
Agreed in principle on mutual recognition of Covid vaccination certification. pic.twitter.com/sir0QDYzx3
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 18, 2021
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इजरायल भी भारत की ही तरह विविधता भरा देश है और इसे पूरी तरह से समझने और जानने के लिए एक जीवन भी कम होगा। वो पिछले कुछ सालों में कई बार इजरायल आए हैं और उन्होंने हर बार अनुभव किया है कि उनकी यात्रा अधूरी रही है।
जयशंकर ने कहा कि दोनों देश लोकतंत्र और बहुलतावादी समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। दोनों विश्व की भलाई की इच्छा वाली सभ्यागत सोच वाले देश हैं। भारत में ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ (विश्व एक परिवार है) कहा जाता है और यहूदी में ‘टिक्कुन ओलम’ (विश्व को बेहतरी हो) की सोच रखते हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों का जोर इस बात पर है कि ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्थाओं के बीच नवाचार और व्यापार साझेदारी को विस्तार मिले। विदेश मंत्री ने अपनी यात्रा की शुरुआत यरुशलम के तलपियट में भारतीय समाधि स्थल का दौरा किया। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
Paid homage to the victims of the Holocaust at @yadvashem.
This memorial is a testimony to the human spirit of resilience and strengthens our resolve to fight evil. pic.twitter.com/s9Ficknvab
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 18, 2021
इसके बाद एस जयशंकर ने इजरायली चैंबर्स ऑफ कॉमर्स में बिजनस समुदाय को संबोधित किया। उन्होंने समुदाय से भारत में उपलब्ध मौके पर अधिक और व्यापार अनुकूल नीतियों का लाभ उठाने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।