NCW : महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने झारखंड डीजीपी से मुलाकात की और लंबित पड़े मामलों पर चर्चा भी की।
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नई दिल्ली, 11 दिसंबर : झारखंड की हेमंत सरकार से इन दिनों महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष रेखा शर्मा (Rekha Sharma) नाराज चल रही हैं। बता दें कि रेखा शर्मा (Rekha Sharma) की नाराजगी की वजह राज्य में महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़न के मामलों में बढ़ोतरी है। दरअसल झारखंड में महिलाओं के साथ उत्पीड़न के करीब 300 से ज्यादा लंबित मामले हैं जिन पर ना तो राज्य सरकार ध्यान दे रही है और ना ही प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई की जा रही है।
इन्हीं विषयों से नाराज महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने आज डीजीपी से मुलाकात की और लंबित पड़े मामलों पर चर्चा भी की। डीजीपी से मुलाकात करने के बाद मीडिया को दिए अपने बयान में रेखा शर्मा ने कहा कि राज्य में महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़न के मामलों को लेकर मैंने जब डीजीपी से बात की तो वो इस मुद्दे पर गंभीर नहीं दिखे। उन्होंने आगे कहा कि डीजीपी से जब खास जवाब नहीं मिल सका तो मैंने सोचा कि इस मामले को मीडिया में हाइलाइट किया जाना चाहिए।
#BreakingNews : झारखंड में महिला उत्पीड़न के 300 से ज्यादा लंबित पड़े मामलों को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने डीजीपी से मुलाकात की।@JmmJharkhand @HemantSorenJMM @SitaSorenMLA @NCWIndia #Jharkhand @sharmarekha #news @BJP4Jharkhand @dprakashbjp @INCJharkhand pic.twitter.com/grYjY2m8FB
— India Voice (@indiavoicenews) December 11, 2021
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रेखा शर्मा ने आगे कहा कि डीजीपी के इस रवैये के खिलाफ मैंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि वह इस मामले को संज्ञान में ले और कार्रवाई करें। सिर्फ इतना ही नहीं रेखा शर्मा ने राज्य की प्रशासन व्यवस्था पर भी सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं के उत्पीड़न मामलों को आयोग द्वारा उठाये जाने के बाद भी झारखंड प्रशासन चुप है। यह बेहद ही चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि मैं इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल से भी मिल चुकी हूं और उन दोनों को सभी मामलों से अवगत भी करा चुकी हूं। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर हमला बोलते हुए कहा कि आयोग की रिपोर्ट पर पुलिस भी कोई जवाब नहीं देती, ना ही सरकार मामले को लेकर सतर्क दिखती है, इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि महिलाओं और उनकी सुरक्षा को लेकर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार कितनी संवेदनशील है और कितनी गंभीर है।
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