अफवाह पर भारी पड़ी जागरुकता, टीकाकर्मी को खदेड़ने वाला खूंटी जिला आज टीकाकरण में शीर्ष पर, चुरदाग में 100 % तो तोरपा में 95% लोगों ने लगवाया टीका
खूंटी- झारखंड में अफवाह पर जागरुकता की विजय हुई है। नक्सलियों के इलाके के जिस गांव में टीकाकरण का शुभारंभ सबसे खराब हुआ था। जहां से टीकाकर्मी को ग्रामीण बंधक बना रहे थे। खूंटी का वही इलाका आज टीकाकरण के मामले में राज्य में शीर्ष पर काबिज है। आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो खूंटी के चुरदाग में टीकाकरण के 100% लक्ष्य को हासिल कर लिया गया है। जबकि तोरपा प्रखंड के 16 पंचायत के 95% लोग वैक्सीन लगवा चुके है।
दो दिन में तोरपा वैक्सीनेटेड प्रखंड में होगा शामिल
तोरपा प्रखंड के बीडीयो दयानंद कोर्जी की मानें तो अगले दो दिनों में तोरपा पूरी तरह वैक्सीनेटेड प्रखंड की सूची में शामिल हो जाएगा। यहां कुल आबादी के 55939 लोग टीका के लिए योग्य हैं। इनमें 53 हजार लोगों को टीका लगाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जब तक लक्ष्य हासिल नहीं कर लिया जाता, टीकाकरण के रफ्तार में कोई कमी नहीं आएगाी।
काम आया अधिकारियों का चौपाल
नक्सलियों के मांद कहे जाने वाले इस इलाके में टीकाकरण के इस लक्ष्य को हेल्थ वर्कर्स के साथ जिला प्रशासन की टीम को कई स्तर पर संघर्ष करना पड़ा। इसमें सबसे कठिन कार्य रहा लोगों के दिल से अफवाह और भ्रम को दूर करना। इसके लिए हर गांव में ग्रामसभा और चौपाल का आयोजन किया गया। ज्यादातर सभाएं रात में की गईं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक जानकारी पहुंचाई जा सके। इसमें पंचायत प्रतिनिधि के साथ अधिकारी भी शामिल रहे।
वारियर्स की तरह मैदान में डंटे रहे हेल्थ वर्कर्स
इन सबके अलावा वैक्सीनेशन के इस महाअभियान में हेल्थवर्कर्स भी पूरी मुस्तैदी के साथ डंटे रहे। उन पर हमला किया गया। उन्हें बंधक बनाया गया। लेकिन वे मैदान से भागने की बजाए, मैदान में डंटे रहे। इनमें मुख्य रूप से एएनएम, सहिया, शिक्षक, झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी(JSLPS) की भूमिका सराहनीय रही।