Dharm Sansad : गिरफ़्तारी के बाद पुलिस टीम उन्हें लेकर शाम करीब 7 बजे तक रायपुर लौटेगी।
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रायपुर, 30 दिसंबर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर अभद्र टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज को रायपुर पुलिस ने गुरुवार की सुबह करीब 4 बजे खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार कालीचरण महाराज खजुराहो में एक किराए का मकान लेकर छिपने का प्रयास कर रहे थे। गिरफ़्तारी के बाद पुलिस टीम उन्हें लेकर शाम करीब 7 बजे तक रायपुर लौटेगी।
महाराष्ट्र पुलिस काफी दिनों से कर रही थी तलाश
बताया जा रहा है कि कालीचरण महाराज ने अपने छिपने के लिए एक कॉटेज भी बुक कराया था। कालीचरण महाराज के खिलाफ उनकी काली जुबान के चलते और विवादित बयानबाजी के चलते रायपुर से लेकर महाराष्ट्र तक उनक खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है। वहीं महाराष्ट्र पुलिस काफी दिनों से कालीचरण की तलाश में थी।
रायपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि महात्मा गांधी पर की गई अभद्र टिप्पणी के बाद रायपुर के टिकरापारा थाने में कालीचरण महाराज पर धारा 294, 505बी, 295ए, 53ए के तहत केस दर्ज किया गया था।
वीडियो जारी कर दिया था बयान
रायपुर में हुई धर्म संसद में महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के बाद महाराष्ट्र में भी कालीचरण ने अभद्र टिप्पणी की थी। इसके बाद 27 दिसम्बर को देर रात कालीचरण ने अपने यूट्यूब चैनल पर करीब 8 मिनट 51 सेकंड का एक वीडियो जारी किया था। वीडियो में कालीचरण ने बयान दिया कि उन्हें इस बात का कोई अफ़सोस नहीं कि उन्होंने गांधी को लेकर अपशब्द कहे।
#Chhattisgarh: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर अभद्र टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज को रायपुर पुलिस ने गुरुवार की सुबह करीब 4 बजे खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया है।@ChhattisgarhCMO @bhupeshbaghel @RahulGandhi @priyankagandhi #KalicharanArrested pic.twitter.com/lDvBKRahl1
— India Voice (@indiavoicenews) December 30, 2021
इसके बाद रायपुर सहित महाराष्ट्र के अकोला में भी कालीचरण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। आज देर शाम तक कालीचरण महाराज को पुलिस रायपुर ला रही है। जहां उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। बता दें कालीचरण महाराज के खिलाफ रायपुर के टिकरापारा थाना में केस दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला ?
वीडियो में कालीचरण ने महात्मा गांधी को लेकर कहा था कि महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता नहीं बल्कि वंशवाद का जनक कहा जाना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने सरदार पटेल के बजाय नेहरु को प्रधानमंत्री बनने पर भी सवाल उठाया था। उन्होंने साफ़ कहा कि मैं महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता नहीं मानता।
अगर इसकी सजा मौत भी है तो मुझे सजा मंजूर है। कालीचरण ने धर्म संसद में दिए अपने बयान में महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे की सराहना करने के साथ ही अन्य कई आपत्तिजनक बातें कही थीं।