लखनऊ मेट्रो से अगर तुलना की जाय तो कानपुर मेट्रो मात्र 2 वर्ष एक महीने और 13 दिन में यात्रियों के लिए तैयार है।
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नई दिल्ली, 28 दिसम्बर : कानपुर मेट्रो के ट्रायल रन के बाद से यात्रियों के लिए मेट्रो ट्रेन चलाने के मामले में कानपुर ने लखनऊ को पूरी तरह से पीछे छोड़ दिया है।आपको बता दें कि कानपुर में मात्र 774 दिनों के भीतर ही मेट्रो की सेवाएं शुरू होने जा रही हैं। आपको बता दें कि यह स्थिति तब है जब देश कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में रहा। कोरोना महामारी के कारण कानपुर मेट्रो का काम महीनों तक काम भी बंद रहा।
कानपुर मेट्रो मात्र 2 वर्ष एक महीने में हुआ शुरू
बता दें कि लखनऊ मेट्रो काम 28 सितंबर 2014 को शुरू हुआ था, जिसके बाद मेट्रो का काम पूरा होने के बाद पांच सितंबर 2017 से इसका परिचालन शुरू किया गया। यानी कि लखनऊ में मेट्रो ट्रेन यात्रियों के लिए 11 महीने आठ दिनों में शुरू हुई।
दूसरी तरफ कानपुर मेट्रो की रफ़्तार इससे कहीं ज्यादा तेज रही। 9 किलोमीटर लंबे इस रूट पर कुल 9 स्टेशन बनाये गए हैं। लखनऊ मेट्रो से अगर तुलना की जाय तो कानपुर मेट्रो मात्र 2 वर्ष एक महीने और 13 दिन में यात्रियों के लिए तैयार है।
लखनऊ मेट्रो ने 794 दिन में किया था ट्रायल
कानपुर मेट्रो का काम 15 नवंबर 2019 को शुरू हुआ था। लिहाज़ा मेट्रो का काम पूरा होने के बाद से आज 28 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कानपुर मेट्रो का लोकार्पण करेंगे। इससे पहले ट्रायल रन में भी कानपुर ने लखनऊ का रिकार्ड तोड़ा था।
लखनऊ ने 794 दिन में ट्रायल रन किया था। वहीं कानपुर में 726 दिन में ही ट्रायल रन पूरा कर लिया था। कानपुर में जितने कम दिनों में ट्रायल रन शुरू आया, मेट्रो अधिकारियों के मुताबकि उतना कहीं नहीं हुआ।
लखनऊ मेट्रो और कानपुर मेट्रो के बीच कार्यों का तुलना
28 सितंबर 2014 को लखनऊ में मेट्रो परियोजना का कार्य शुरू हुआ।
01 दिसंबर 2016 को लखनऊ में ट्रायल रन शुरू हुआ।
05 सितंबर 2017 को लखनऊ मेट्रो का उद्घाटन किया गया।
15 नवंबर 2019 में कानपुर की मेट्रो का निर्माण कार्य शुरू किया गया।
10 नवंबर 2021 को कानपुर मेट्रो का ट्रायल रन हुआ।
28 दिसंबर 2021 को आज कानपुर मेट्रो का लोकार्पण होगा।