चारों आरोपियों ने जज के सामने कबूल किया कि लखबीर सिंह की हत्या उन्होंने ही की। ''नारायण सिंह ने कहा कि उन्होंने पैर काटा तो भगवंत सिंह और गोविंद सिंह ने उसे लटकाया था। सरबजीत सिंह ने उसका हाथ काटा था।''
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चंडीगढ़, 17 अक्टूबर। कुंडली बॉर्डर हत्याकांड के 4 आरोपियों द्वारा आत्मसमर्पण किए जाने के बाद उनके साथियों ने ऐलान कर दिया है कि इस मामले में अब किसी को भी सरेंडर नहीं करवाया जाएगा। इसके साथ ही चेतावनी भी दी कि पुलिस ने अगर उन्हें परेशान किया या किसी दूसरे साथी को गिरफ्तार करने की कोशिश की तो दूसरे साथियों को भी पुलिस से छुड़वा लिया जाएगा। निहंग रविवार को अपने साथियों की पेशी के दौरान सोनीपत कोर्ट परिसर में पहुंचे थे।
निहंग राजा राज सिंह ने कहा कि उनके ग्रंथ की बेअदबी हुई है जो सहन नहीं होगी। 4 निहंग सूरमाओं ने अपनी गिरफ्तारी दे दी है और गिरफ्तारी करने की कोशिश प्रशासन ना करे। अगर और कोई गिरफ्तारियां हुईं तो इसका विरोध होगा।
चारों आरोपियों ने कबूला अपना गुनाह
बतादें कि शुक्रवार सुबह कुंडली बॉर्डर पर निहंगों ने गुरू ग्रंथ साहिब के बेअदबी के आरोप में पंजाब के तरनतारन जिला निवासी लखबीर सिंह को मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले में अब तक सरबजीत सिंह, नारायण सिंह, भगवंत सिंह और गोविंद पुलिस के सामने सरेंडर कर चुके हैं। वहीं आरोपियों की कोर्ट में पेशी के दौरान निहंगों ने ना केवल जैकारे लगाए, बल्कि कोर्ट परिसर में साफ किया कि इस मामले में जो लोग शामिल थे, उनका सरेंडर करवाया जा चुका है। इसके अलावा किसी का हाथ नहीं है। चारों आरोपियों ने जज के सामने कबूल किया कि लखबीर सिंह की हत्या उन्होंने ही की। ”नारायण सिंह ने कहा कि उन्होंने पैर काटा तो भगवंत सिंह और गोविंद सिंह ने उसे लटकाया था। सरबजीत सिंह ने उसका हाथ काटा था।”
पुलिस ने अदालत को बताया कि आरोपियों ने सरेंडर कर दिया है, लेकिन अभी इस केस में कई अहम सुराग जुटाने बाकी हैं। पुलिस ने बताया कि इस हत्या में उनके साथ और कौन-कौन लोग शामिल थे, ये पता किया जाना है। इसके अलावा चारों आरोपितों से अलग-अलग पूछताछ में जो जानकारियां मिलेंगी, उसे क्रॉस वेरिफाई करने के लिए बाद में चारों को आमने-सामने बैठाकर भी सवाल जवाब किए जाएंगे। पुलिस हत्या का सीन रिक्रिएट करने के लिए चारों निहंगों को सिंघु बॉर्डर पर भी लेकर जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार