पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कैप्टन वरुण सिंह की उस चिट्ठी का जिक्र किया, जो उन्होंने बच्चों के लिए लिखी थी।
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नई दिल्ली,26 दिसम्बर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने हाल ही में तमिलनाडु के कुन्नुर में हुए विमान हादसे में घायल कैप्टन वरुण सिंह का जिक्र किया, जिनका बाद में बेंगलुरू के अस्पताल में निधन हो गया था।
पीएम ने कैप्टन वरुण का जिक्र करते हुए कहा कि, इस चिट्ठी को पढ़कर मेरे मन में पहला विचार आया कि सफलता के शीर्ष पर पहुंच कर भी वो जड़ों को सींचना नहीं भूले। दूसरा कि जब उनके पास जश्न मनाने का समय था तो उन्होंने आने वाली पीढ़ियों की चिंता की। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कैप्टन वरुण सिंह की उस चिट्ठी का जिक्र किया, जो उन्होंने बच्चों के लिए लिखी थी। साथ ही पीएम ने दिवंगत CDS जनरल बिपिन रावत सहित उन सभी लोगों को भी याद किया, जिनका हादसे में निधन हो गया।
इस चिट्ठी को पढ़कर मेरे मन में पहला विचार आया कि सफलता के शीर्ष पर पहुंच कर भी वो जड़ों को सींचना नहीं भूले। दूसरा कि जब उनके पास जश्न मनाने का समय था तो उन्होंने आने वाली पीढ़ियों की चिंता की: PM @narendramodi #MannKiBaat @IAF_MCC #PMModi @adgpi @indiannavy #VarunSingh pic.twitter.com/yYBXMxAesn
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प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में मन कि बात कार्क्रम का जिक्र करते हुए कहा कि ‘पिछले सात सालों से हमारी ये ‘मन की बात’ भी व्यक्ति की, समाज की, देश की अच्छाइयों को उजागर कर, और अच्छा करने, और अच्छा बनने की, प्रेरणा देती आई है। ये मेरा दशकों का अनुभव है कि मीडिया की चमक-दमक से दूर, अखबारों की सुर्खियों से दूर, कोटि-कोटि लोग हैं, जो बहुत कुछ अच्छा कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि, ‘वो देश के आने वाले कल के लिए, अपना आज खपा रहे हैं। वो देश की आने वाली पीढ़ियों के लिए अपने प्रयासों पर, आज, जी-जान से जुटे रहते हैं। पीएम ने कहा कि ऐसे लोगों की बात, बहुत सुकून देती है, गहरी प्रेरणा देती है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मेरे लिए ‘मन की बात’ हमेशा से ऐसे ही लोगों के प्रयासों से भरा हुआ, खिला हुआ, सजा हुआ, एक सुन्दर उपवन रहा है और ‘मन की बात’ में तो हर महीने मेरी मशक्कत ही इस बात पर होती है, इस उपवन की कौन सी पंखुड़ी आपके बीच लेकर के आऊं। मुझे खुशी है कि हमारी बहुरत्ना वसुंधरा के पुण्य कार्यों का अविरल प्रवाह, निरंतर बहता रहता है। साथ ही आज जब देश ‘अमृत महोत्सव’ मना रहा है, तो ये जो जनशक्ति है, जन-जन की शक्ति है, उसका उल्लेख, उसके प्रयास, उसका परिश्रम, भारत के और मानवता के उज्जवल भविष्य के लिए, एक तरह से गारंटी देता है।
आज़ादी का अमृत महोत्सव हमें आज़ादी की जंग की स्मृतियों को जीने का अवसर देता है, उसको अनुभव करने का अवसर देता है। ये देश के लिए नए संकल्प लेने, कुछ कर गुजरने की इच्छाशक्ति दिखाने का प्रेरक उत्सव है: प्रधानमंत्री @narendramodi #MannKiBaat @IAF_MCC #PMModi @adgpi @indiannavy pic.twitter.com/f8OOzUZ9H6
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पीएम मोदी ने कहा, ‘ये जनशक्ति की ताकत है कि भारत 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी से लड़ सका। सिर्फ इतना ही नहीं महामारी के दौरान हम हर मुश्किल समय में एक-दूसरे के साथ एक परिवार की तरह खड़े रहे। आज विश्व में वैक्सीनेशन के आकड़ों की तुलना भारत से करें तो लगता है कि देश ने कितना अभूतपूर्व काम किया है। ओमिक्रॉन वेरिएंट पर पीएम मोदी ने कहा कि, कोरोना का एक नया वेरिएंट दस्तक दे चुका हैं। स्वयं की सजगता और अनुशासन कोरोना के इस वेरिएंट के खिलाफ बहुत बड़ी शक्ति है। हमारी सामूहिक शक्ति ही कोरोना को परास्त करेगी, इसी दायित्वबोध के साथ हमें 2022 में प्रवेश करना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ के 84वें संस्करण को संबोधित करते हुये कहा कि वह हर साल तमाम विषयों पर विद्यार्थियों के साथ परीक्षा पर चर्चा करते हैं। इस साल भी परीक्षा से पहले वह छात्रों के साथ चर्चा करने की योजना बना रहे हैं। इस कार्यक्रम के लिए दो दिन बाद 28 दिसंबर से http://MyGov.in पर registration भी शुरू होने जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह पंजीकरण 28 दिसंबंर से 20 जनवरी तक चलेगा। इसके लिए कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्र, शिक्षक और अभिभावकों के लिये आनलाइन प्रतियोगिता भी आयोजित होगी। उन्होंने कहा कि मैं चाहूंगा कि आप सब इसमें जरुर हिस्सा लें। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी वर्ष 2018 से देशभर के विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षाओं के तनाव से निपटने के मंत्र देने के लिये परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम को संबोधित करते आ रहे हैं।
पीएम ने इस दौरान अपने संबोधन में तेलंगाना के एक डॉक्टर का जिक्र करते हुए कहा कि, ऐसे ही एक व्यक्ति हैं तेलंगाना के डॉक्टर कुरेला विट्ठलाचार्य जी.. उन्होंने अपने जीवनभर की कमाई से लाइब्रेरी की शुरुआत की और आज इस लाइब्रेरी में करीब 2 लाख पुस्तकें हैं। ऐसे समय में जब हमारा स्क्रीन टाइम बढ़ रहा है, बुक रीडिंग अधिक से अधिक पोपुलर बने, इसके लिए भी हमें मिलकर प्रयास करना होगा। मैं ‘मन की बात’ के श्रोताओ से कहूंगा कि आप इस वर्ष की अपनी उन पाँच किताबों के बारे में बताएं, जो आपकी पसंदीदा रही हैं। इस तरह से आप 2022 में दूसरे पाठकों को अच्छी किताबें चुनने में भी मदद कर सकेंगे। हमारा भारत कई प्रतिभाओं से संपन्न है, जिनका कृतित्व दूसरों को प्रेरित करता है।
मैं ‘मन की बात’ के श्रोताओ से कहूंगा कि आप इस वर्ष की अपनी उन पाँच किताबों के बारे में बताएं, जो आपकी पसंदीदा रही हैं। इस तरह से आप 2022 में दूसरे पाठकों को अच्छी किताबें चुनने में भी मदद कर सकेंगे : प्रधानमंत्री @narendramodi #MannKiBaat #NarendraModi #PMModiAddressToNation pic.twitter.com/TesiPW2OC3
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