डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के बारे में शिक्षकों को भी प्रशिक्षित करने की जरुरत है ताकि वो बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं का आसानी से पता लगा सकें।
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नई दिल्ली, 9 अक्टूबर। केंद्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को कहा कि मानसिक स्वास्थ्य समग्र स्वास्थ्य का एक जरुरी हिस्सा है, इसलिए इसके बारे में जागरुकता जरूरी है। उन्होंने कहा कि देश में 10 में से 3 छात्र मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं। देश के 14 प्रतिशत बच्चे मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से परेशान हैं।
डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के बारे में शिक्षकों को भी प्रशिक्षित करने की जरुरत है ताकि वो बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं का आसानी से पता लगा सकें। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को पहचानना, स्वीकार करना और निदान करना साथ ही इसे मानसिक स्वास्थ्य की तकलीफ के रूप में देखने की जरूरत है।
10 अक्टूबर को मनाए जाने वाले ‘विश्व मानसिक दिवस’ से पहले ग्रीन रिबन पहल की शुरुआत करते हुए डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य समग्र स्वास्थ्य का एक बहुत जरुरी घटक है। जागरूकता से ही इसे लेकर फैली धारणाओं को दूर करने में काफी मदद करेगी।
बतादें कि मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता बढ़ाने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह की शुरुआत की है। 5-10 अक्टूबर के बीच देश भर में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। 10 अक्टूबर को दुनिया भर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है।