किसान नेता दर्शन पाल का कहना है कि 4 दिसंबर को किसान नेता आगे की बैठक कर फैसला लेंगे और इसी में 5 नामों पर भी विचार किया जाएगा।
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नई दिल्ली, 30 नवंबर। केंद्र सरकार ने किसानों के साथ MSP सहित कई मुद्दों पर चर्चा के लिए आंदोलनरत संयुक्त किसान मोर्चा से 5 नाम मांगे हैं। किसान नेता दर्शन पाल ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी है।
गौरतलब है कि सोमवार को केंद्र सरकार ने किसानों की मुख्य मांग को मानते हुए 3 कृषि कानूनों को वापिस लेने के लिए इन्हें निरस्त करने वाला विधेयक संसद में पारित कराया था। संयुक्त किसान मोर्चा 40 से अधिक किसान संगठनों की एक संस्था है। ये पिछले एक साल से ज्यादा समय से MSP के लिए कानूनी गारंटी सहित तीनों कृषि कानूनों और उनकी बाकी मांगों को लेकर आंदोलन का नेतृत्व कर रही है।
किसान नेता दर्शन पाल का कहना है कि 4 दिसंबर को किसान नेता आगे की बैठक कर फैसला लेंगे और इसी में 5 नामों पर भी विचार किया जाएगा।
वहीं किसान नेता सतनाम सिंह का कहना है कि सरकार ने किसानों की सभी मांगे मान ली हैं। अब आगे आंदोलन जारी रखना जरूरत नहीं है।
उधर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज हुए मामले वापिस लेने को कहा है। इस घटनाक्रम से संभावना व्यक्त की जा रही कि किसानों का आंदोलन अब खत्म हो सकता है।
इसी बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने मंगलवार को लोकसभा में किसानों को मुआवजे के प्रश्न पर बताया है कि उनके पास तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर साल भर के आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों से संबंधित कोई डेटा नहीं है। इसलिए किसी को वित्तीय सहायता प्रदान करने का कोई सवाल ही नहीं है।
दूसरी ओर किसान आंदोलन का एक तरफ से नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि हम चाहते हैं कि भारत सरकार 4 दिसंबर को हमारी (SKM) बैठक से पहले MSP गारंटी और मरने वाले किसानों के मुद्दे पर हमारे साथ बैठक करे। किसान आंदोलन खत्म नहीं होने जा रहा है। सरकार ने अभी तक हमारी मांगों को स्वीकार नहीं किया है।
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