नवाब मलिक ने कहा कि मैंने कहा था कि NCB ने क्रुज शिप से 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से 8 लोगों पर मामला दर्ज किया गया था। NCB ने केंद्र सरकार और बीजेपी नेताओं के दबाव के बाद 3 लोगों को छोड़ दिया था। इसका वीडिया मैंने जारी भी किया था।
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मुंबई, 10 अक्टूबर। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रवक्ता नवाब मलिक ने एक बार फिर रविवार को नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की कार्डिलिया द इम्प्रेस क्रुज शिप पर की गई कार्रवाई पर सवाल उठाया है। नवाब मलिक ने छापेमारी के बाद छोड़े गए लोगों का वीडियो फुटेज सार्वजनिक करने की मांग की है।
नवाब मलिक ने कहा कि ‘मैंने कहा था कि NCB ने क्रुज शिप से 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से 8 लोगों पर मामला दर्ज किया गया था। NCB ने केंद्र सरकार और भाजपा नेताओं के दबाव के बाद 3 लोगों को छोड़ दिया था। इसका वीडिया मैंने जारी भी किया था। मलिक ने आगे कहा कि इस आरोप के बाद NCB ने कहा कि क्रुज शिप से 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, इनमें से 6 लोगों को सबूत के अभाव में छोड़ दिया गया था।
NCP नेता ने कहा कि क्रुज शिप पर छापेमारी के बाद मीडिया की टीम वहां मौजूद थी और CCTV भी कार्यरत था। इसलिए इस कार्रवाई के बाद अगर 6 लोगों को छोड़ा गया, तो इसकी CCTV फुटेज NCB के पास होने चाहिए। उन्होंने कहा कि NCB को तत्काल 6 लोगों के एनसीबी दफ्तर से निकलने वाला सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करना चाहिए। नवाब मलिक ने फिर अपना आरोप दोहराते हुए कहा कि एनसीबी की कार्रवाई BJP की ओर से फ्रेम की गई है, जो कि पूरी तरह से फर्जी है।
गौरतलब है कि NCB डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर सिंह और जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने पत्रकारों को बताया था कि 2 अक्टूबर को कार्डियल द इम्प्रेस क्रुज शिप पर छापा मारकर 14 लोगों को एनसीबी दफ्तर लाया गया था। इसके बाद 8 लोगों पर मामला दर्ज किया गया था और 6 लोगों को सबूत के अभाव में छोड़ दिया गया था। इन 8 लोगों में शाहरुख खान का बेटा आर्यन भी शामिल है। एनसीबी के इसी बयान के बाद नवाब मलिक ने NCB की कार्रवाई और बयान पर सवाल खड़े किए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार