केंद्र सरकार ने मंगलवार को ओमिक्रॉन को लेकर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अलर्ट किया।
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नई दिल्ली, 22 दिसंबर। केंद्र सरकार ने मंगलवार को ओमिक्रॉन को लेकर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अलर्ट किया है, जिसमें कहा गया कि नया कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन डेल्टा वेरिएंट की तुलना में तीन गुना ज्यादा ट्रांसमिसेबल है। प्रदेशों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों को वॉर रूम एक्टिव रखने, सभी मामलों का विश्लेषण करते रहने की सलाह दी, चाहे वो कितना भी छोटा क्यों ना हो और जिला या स्थानीय स्तर पर तेजी से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
Letter by @MoHFW_INDIA to states regarding measures that need to be taken in view of initial signs of surge in cases of #COVID19 as well as increased detection of the Variant of Concern (VoC), #Omicron in different parts of the country. pic.twitter.com/YSEXQqQcAw
— PIB in Maharashtra 🇮🇳 (@PIBMumbai) December 21, 2021
डेल्टा वेरिएंट अभी भी देश के कई हिस्सों में मौजूद
केंद्र की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि “वर्तमान वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर, वेरिएंट ऑफ कंसर्न (VOC) ओमिक्रॉन डेल्टा VOC की तुलना में कम से कम 3 गुना ज्यादा तेजी से फैलता है। इसके अलावा, डेल्टा (वेरिएंट ऑफ कंसर्न) अभी भी देश के कई हिस्सों में मौजूद है।”
कोरोना को लेकर नियम सख्त करने के निर्देश
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने परीक्षण और निगरानी बढ़ाने के साथ-साथ रात में कर्फ्यू लगाने, बड़ी सभाओं पर सख्ती, शादियों और अंतिम संस्कार कार्यक्रम में लोगों की संख्या कम करने जैसे फैसलों को लागू करने की सलाह दी गई है।
स्थानीय सत्र पर संक्रमण को रोकने पर जोर
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी पत्र में उन उपायों पर भी प्रकाश डाला गया है, जिन्हें देश के कई हिस्सों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के शुरुआती संकेतों के साथ-साथ चिंता बढ़ाने वाले स्वरूप ओमिक्रॉन का पता लगाने के लिए उठाए जाने की जरूरत है। पत्र में कहा गया है कि जिला स्तर पर कोरोना से प्रभावित जनसंख्या, भौगोलिक प्रसार, अस्पताल के बुनियादी ढांचे और इसके इस्तेमाल, श्रमशक्ति, निषिद्ध क्षेत्र अधिसूचित करने, निषिद्ध क्षेत्रों की परिधि लागू करने जैसे संबंध में उभरते आंकड़ों की निरंतर समीक्षा होनी चाहिए। साथ ही जिला स्तर पर ही प्रभावी फैसले लेने का आधार होना चाहिए। भूषण ने पत्र में कहा कि इस तरह की रणनीति ये सुनिश्चित होता है कि संक्रमण राज्यों के बाकी हिस्सों में फैलने से पहले स्थानीय स्तर पर ही कंट्रोल हो जाए।
क्लस्टर नमूनों को जीनोम के लिए बिना देरी के भेजें
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि कोविड पॉजिटिव मामलों के सभी नए समूहों की तुरंत अधिसूचना की जानी चाहिए। साथ ही रेखांकित किए गए सभी क्लस्टर नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए इंसाकॉग प्रयोगशालाओं को बिना किसी देरी के भेजा जाना चाहिए। पत्र में कई कदमों और कार्रवाई का भी जिक्र किया गया है।
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