19 साल की उम्र में चूमा फांसी का फंदाः 11 अगस्त 1908 को मुजफ्फरपुर जेल में शहादत की ऐसी कहानी लिखी गयी, जिसकी मिसाल इतिहास में कम ही मिलती है। इसी दिन 19 वर्षीय खुदीराम बोस ने फांसी के फंदे को चूम लिया। इतनी कम उम्र में देश के लिए कुर्बानी देने वाले खुदीराम बोस की कहानी हमेशा के लिए अमर हो गयी।