खड़गे ने कहा कि विपक्षी सदस्यों का निलंबन नियम के खिलाफ और संविधान के अनुच्छेद 85 के खिलाफ है। हम लगातार सभापति से सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार राजी नहीं हो रही है।
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नई दिल्ली, 08 दिसंबर। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को बयान जारी करते हुए कहा कि सरकार संसद में लोकतंत्र की हत्या कर रही है और विपक्षी सदस्यों को गलत तरीके से निलंबित किया गया है। खड़गे ने कहा कि विपक्ष के सदस्यों ने तय किया है कि निलंबित सदस्य माफी नहीं मांगेंगे।
खड़गे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा विपक्षी सदस्यों का निलंबन नियम के खिलाफ और संविधान के अनुच्छेद 85 के खिलाफ है। हम लगातार सभापति से सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार राजी नहीं हो रही है।
हम 6-7 दिन से विपक्षी सांसदों के निलंबन को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। यह निलंबन नियमों के खिलाफ है और संविधान के आर्टिकल 95 के खिलाफ भी है: श्री @kharge pic.twitter.com/ukUUFWed4t
— Congress (@INCIndia) December 8, 2021
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि निलंबन के लिए जो कारण गिनाए गए हैं वैसा कुछ हुआ ही नहीं है। लेकिन जबरदस्ती आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि 12 सदस्यों का निलंबन सरासर गलत है। सरकार को सदन चलाना चाहिए और विपक्ष सहयोग करने को तैयार है। लेकिन पहले सदस्यों का निलंबन वापस लेना होगा।
द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) के त्रिची शिवा ने कहा कि सरकार को सदस्यों का निलंबन वापस लेना चाहिए। क्योंकि सदस्यों के खिलाफ जो कार्रवाई की गई है वो पिछले सत्र की घटना को आधार बनाकर की गई है।
शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि विपक्ष सदस्यों के निलंबन पर एक है। ना हम डरेंगे और ना झुकेंगे। उन्होंने कहा कि सदस्यों का माफी मांगने का सवाल ही नहीं है क्योंकि उन्हें गलत तरीके से निलंबित किया गया है।
वहीं एकजुट विपक्ष निलंबित सदस्यों के समर्थन में उनके साथ धरने में भी शामिल हुआ।
बतादें कि संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन 29 नवंबर को राज्यसभा से 12 सांसदों को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था। पिछले मानसून सत्र में सदन में अनियंत्रित व्यवहार और आसन की मर्यादा का उल्लंघन करने और सुरक्षाकर्मियों से बदसलूकी की वजह से इन सासंदों को निलंबित किया गया। निलंबित सांसदों में कांग्रेस के 6, शिवसेना के 2, तृणमूल कांग्रेस के 2, माकपा और भाकपा के एक-एक सांसद शामिल हैं।
निलंबित सांसद संसद भवन परिसर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे धरनारत हैं। उनका कहना है कि उन्हें गलत तरीके से निलंबित किया गया है। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पिछले सोमवार को सभापति एम. वेंकैया नायडू से मुलाकात कर 12 सदस्यों का निलंबन वापस लिए जाने की मांग की थी।
We will continue our Satyagraha against the suspension of opposition MPs
– Until the suspension of 12 MPs is revoked
– Until the ruling party agrees for a debate on repeal of farm lawsWe won't back down!
Why is Govt always reluctant for a debate or discussion? pic.twitter.com/qu6tQZAWmb
— Leader of Opposition, Rajya Sabha (@LoPIndia) December 2, 2021
पढ़ें :- विपक्षी हंगामें के कारण लोकसभा की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित
सदस्यों के निलंबन के कारण उच्च सदन में गतिरोध लगातार जारी है। विपक्षी सदस्यों के हंगामें के कारण सदन की कार्यवाही सुचारू ढ़ंग से नहीं चल पा रही।
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