नीट पीजी 2021 की काउंसलिंग में होने वाली देरी से परेशान डॉक्टर अब हड़ताल पर चले गए हैं, इस हड़ताल की वजह से मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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नई दिल्ली: दिल्ली में अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल ये परेशानी लोगों को डॉक्टरों की चल रही हड़ताल की वजह से हो रही हैं। नीट-पीजी 2021 काउंसलिंग में देरी और अन्य मुद्दों पर रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। सूत्रों के अनुसार सफदरगंज, एलएनजेपी, आरएमएल और लेडी हार्डिंग सहित कई सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने सभी सेवाओं का बहिष्कार किया हुआ है, जिसका सीधा असर मरीजों पर पड़ रहा है।
डॉक्टरों का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने 9 दिसंबर को डॉक्टरों की संस्था से इस मामले में अदालती सुनवाई में तेजी लाने व बाद में काउंसलिंग प्रक्रिया को तेज करने का आश्वासन दिया था। लेकिन इस आश्वासन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके चलते 17 दिसंबर से डॉक्टरों की FORDA – फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने दोबारा से हड़ताल शुरु कर दी है। डॉक्टरों का कहना है कि NEET-PG 2021 बैच की काउंसलिंग में अब आठ महीने की देरी हो गई है। जिसके चलते जूनियर डॉक्टरों की कमी हो रही हैं और मौजूदा डॉक्टर्स को दबाव में काम करना पड़ रहा है।
दिल्ली के करीब 5,000 रेजिडेंट डॉक्टर अब तक हड़ताल में शामिल हो चुके हैं। आरएमएल अस्पताल में, लगभग 1,000 डॉक्टर जो आरडीए का हिस्सा हैं। इन डॉक्टर्स की हड़ताल से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।