आज जो सोच और attitude आपका है, वही attitude देश का भी है।
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कानपुर,28 दिसंबर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के कानपुर दौरे पर हैं। पीएम मोदी इस दौरान कानपुर IIT ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर’ के 54वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। पीएम मोदी के साथ इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी मौज़ूद रहीं।
#UttarPradesh : प्रधानमंत्री @narendramodi IIT कानपुर के 54वें दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचें। इस दौरान उनके साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौज़ूद हैं।#IITKanpur @myogiadityanath @IITKanpur @sdPachauri1 @BJP4UP pic.twitter.com/s43XqkTU4t
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पीएम मोदी ने दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रों को डिग्री प्रदान करने के बाद संबोधित भी किया। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, आपने जब IIT कानपुर में प्रवेश लिया था और अब जब आप यहां से निकल रहे हैं, तब और अब में, आप अपने आप में बहुत बड़ा परिवर्तन महसूस कर रहे होंगे।
#UttarPradesh : अब Fear of Unknown नहीं है, अब पूरी दुनिया को Explore करने का हौसला है।
अब Query of Unknown नहीं है, अब Quest for the best है, पूरी दुनिया पर छा जाने का सपना है: PM @narendramodi #IITKanpur @myogiadityanath @IITKanpur @OfficialUPMetro #PMModi pic.twitter.com/GtnZVl9cKR
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यहां आने से पहले आपके अंदर एक Fear of Unknown होगा
उन्होंने कहा कि यहां आने से पहले आपके अंदर एक Fear of Unknown होगा, एक Query of Unknown होगी। पर अब Fear of Unknown नहीं है, अब आपके अंदर पूरी दुनिया को Explore करने का हौसला है। अब आपके अंदर Query of Unknown नहीं है, अब Quest for the best है, पूरी दुनिया पर छा जाने का सपना है।
कानपुर की सैर करते हुए लगता है गौरवशाली अतीत की सैर कर रहे हैं
पीएम मोदी ने कहा कि कानपुर भारत के उन कुछ चुनिंदा शहरों में से है, जो इतना डाइवर्स है। सत्ती चौरा घाट से लेकर मदारी पासी तक, नाना साहब से लेकर बटुकेश्वर दत्त तक, जब हम इस शहर की सैर करते हैं तो ऐसा लगता है जैसे हम स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानों के गौरव की, उस गौरवशाली अतीत की सैर कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, आज जो सोच और Attitude आपका है, वही Attitude देश का भी है। पहले अगर सोच काम चलाने की होती थी, तो आज सोच कुछ कर गुजरने की, काम करके नतीजे लाने की है। पहले अगर समस्याओं से पीछा छुड़ाने की कोशिश होती थी, तो आज समस्याओं के समाधान के लिए संकल्प लिए जाते हैं