आपने चार दिवसीय शिमला दौरे के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज दिल्ली लौटे।
शिमला, 19 सितम्बर । राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द आज अपने चार दिसवीय दौरे के बाद शिमला से दिल्ली लौट गए हैं। रविवार लगभग दो बजे सैन्य हेलीकॉप्टर से राष्ट्रपति दिल्ली के लिए रवाना हुए। हालांकि उनका सुबह 11:20 बजे दिल्ली वापस जाने का कार्यक्रम था, लेकिन खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर तय समय पर उड़ान नहीं भर पाया।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति ने अपने चार दिवसीय प्रवास के दौरान हिमाचल प्रदेश के गठन की स्वर्ण जयंती के अवसर पर गुरुवार को राज्य विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित किया। हिमाचल विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करने वाले रामनाथ कोविन्द तीसरे राष्ट्रपति बने हैं। इससे पहले डा. एपीजे अब्दुल कलाम और प्रणब मुखर्जी भी हिमाचल विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित कर चुके हैं।
इसके अतिरिक्त राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द शनिवार को शिमला में राष्ट्रीय लेखा परीक्षा और लेखा अकादमी द्वारा आयोजित भारतीय लेखा परीक्षा एवं लेखा सेवाएं बैच 2018 और 2019 के प्रशिक्षु अधिकारियों के विदाई समारोह के अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने मेधावी प्रशिक्षु अधिकारियों को पदक प्रदान किए।
वहीं शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने शिमला के प्रसिद्ध जाखू मंदिर का परिवार सहित दर्शन किया। वह रोप-वे से परिवार सहित जाखू मंदिर पहुंचे। इसके बाद में राष्ट्रपति शिमला के ऐतिहासिक स्थल रिज पर पहुंचे और यहां पर चहल कदमी की। रिज पर राष्ट्रपति की झलक पाने के लिए सैलानियों और आम लोगों की खूब भीड़ उमड़ी। कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच राष्ट्रपति ने बच्चों और लोगों से बात भी की।
उन्होंने लोगों से ये भी पूछा की उनके आने से उन्हें कोई असुविधा तो नहीं हुई। राष्ट्रपति ने यहां की एक दुकान के काउंटर से पॉपकॉर्न लिए और परिवारों के साथ खाने का आनंद लिया। सिर्फ इतना ही नहीं राष्ट्रपति ने परिवार सहित रिज मैदान पर चर्च और एचपीएमसी के सामने फोटो भी खिंचवाए। हालांकि इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति के सम्मान में राजभवन में 17 सितम्बर को एटहोम का आयोजन किया गया था। उनके परिवार के सदस्यों ने शिमला के माल रोड और रिज मैदान का भ्रमण किया।
गौरतलब है कि इस बार राष्ट्रपति शिमला में अपने आधिकारिक रिट्रीट आवास पर नहीं ठहरे कारण था कि आवास के कुछ कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए थे जिसके कारण राष्ट्रपति को शिमला सिसल होटल में ठहराया गया था।