RBI की मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक 6 अक्टूबर से रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई में शुरू होगी। इस बैठक के नतीजों की घोषणा 8 अक्टूबर को किए जाएंगे।
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नई दिल्ली, 03 अक्टूबर। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिवसीय बैठक 6 अक्टूबर से रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई में शुरू होगी। इस बैठक के नतीजों की घोषणा 8 अक्टूबर को किए जाएंगे।
रिजर्व बैंक की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में ब्याज दरों को पहले की तरह रहने की उम्मीद ज्यादातर अर्थशास्त्री मान कर चल रहे हैं। RBI अगर एमपीसी की बैठक में नीतिगत दरों में फिलहाल कोई बदलाव नहीं करता है, तो ये लगातार 8वां मौका होगा, जबकि ब्याज दरों में बदलाव नहीं होगा। RBI ने आखिरी बार मई, 2020 में रेपो दर को 0.40 फीसदी घटाकर 4 फीसदी किया था। उस वक्त देश की अर्थव्यवस्था कोविड-19 महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुई थी। उसके बाद से रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों को जैसे का तैसा रखा है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के चेयरमैन दिनेश खारा ने हाल में कहा था कि ऐसा लगता है कि ब्याज दरें पहले वाली ही रहेंगी। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय समीक्षा बैठक भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम 1934 की धारा 45 जेडबी के तहत आयोजित की गई है।
हिन्दुस्थान समाचार