ब्रिटेन में शेफील्ड, ऑक्सफॉर्ड से संचालित और सोडियम आयन बैटरी प्रौद्योगिकी का पेटेंट रखने वाली फैराडियन लिमिटेड दुनिया की अग्रणी बैटरी प्रौद्योगिकी कंपनियों में शामिल है।
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नई दिल्ली, 31 दिसंबर। देश के सबसे अमीर मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने ब्रिटेन की बैटरी निर्माता कंपनी फैराडियन लिमिटेड को 10 करोड़ पाउंड में खरीद लिया है। RIL ने शुक्रवार को इस डील का ऐलान किया है।
RIL ने फैराडियन लिमिटेड को 10 करोड़ पाउंड में खरीदा
रिलायंस ने अपने बयान में कहा कि रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड (RNESL) ने फैराडियन लिमिटेड में 100 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए 10 करोड़ पाउंड का समझौता किया है। कंपनी विकास पूंजी के रूप में अतिरिक्त 2.5 करोड़ पाउंड का निवेश करेगी।
फैराडियन के क्या हैं फायदे?
RIL के मुताबिक फैराडियन की सोडियम आयन प्रौद्योगिकी अन्य वैकल्पिक बैटरी तकनीकों, विशेष रूप से लिथियम आयन और लैड एसिड प्रौद्योगिकियों की तुलना में अधिक लाभकारी है। इन फायदों में लिथियम, कोबाल्ट, कॉपर या ग्रेफाइट पर निर्भरता नहीं होना शामिल है।
फैराडियन लिमिटेड दुनिया की अग्रणी बैटरी प्रौद्योगिकी कंपनियों में शामिल
गौरतलब है कि ब्रिटेन में शेफील्ड और ऑक्सफॉर्ड से संचालित और सोडियम आयन बैटरी प्रौद्योगिकी का पेटेंट रखने वाली फैराडियन लिमिटेड दुनिया की अग्रणी बैटरी प्रौद्योगिकी कंपनियों में शामिल है। रिलायंस इंडस्ट्रीज कई अरब डॉलर की अपनी स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं के लिए ‘एंड टू एंड’ प्रौद्योगिकी की निरंतर खरीद कर रही है।