भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार के दिन चौतरफा बिकवाली की वजह से जबरदस्त गिरावट की स्थिति बनी। सेंसेक्स अपने टॉप लेवल से 1135.55 अंक तक और निफ्टी अपने टॉप लेवल से 336.20 अंक तक लुढ़क गया।
Updated Date
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर। भारतीय शेयर बाजार के लिए गुरुवार का दिन काफी उथल-पुथल वाला रहा। शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली की वजह से जबरदस्त गिरावट की स्थिति बनी। सेंसेक्स अपने टॉप लेवल से 1135.55 अंक तक और निफ्टी अपने टॉप लेवल से 336.20 अंक तक लुढ़क गया। हालांकि कारोबार के अंत में दोनों सूचकांकों ने रिकवरी करने की कोशिश भी की। सेंसेक्स गुरुवार को निचले स्तर से 437.85 अंक की रिकवरी करने में सफल रहा। निफ्टी ने अपने निचले स्तर से 130.10 अंक की रिकवरी की। इस रिकवरी के बावजूद शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ ही बंद हुआ।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के सेंसेक्स ने 297.98 अंक की मजबूती के साथ 61,557.94 अंक के स्तर से गुरुवार को कारोबार की शुरुआत की थी। शुरुआती मिनट में बाजार में तेजी का रुख दिखा, जिसके कारण सेंसेक्स करीब 60 अंक से अधिक उछलकर 61,621.20 अंक के स्तर पर पहुंच गया, लेकिन इसके बाद शुरू हुई बिकवाली के दबाव ने सेंसेक्स को गोता लगाने के लिए मजबूर कर दिया।
शुरुआती आधे घंटे के कारोबार में ही सेंसेक्स गिरकर 61,108.50 अंक के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि इसके बाद बाजार में मामूली खरीदारी भी हुई और सेंसेक्स में कुछ सुधार भी हुआ, लेकिन इसके बाद दोबारा हुई बिकवाली ने एक बार फिर सेंसेक्स को नीचे की ओर धकेल दिया। सेंसेक्स की ये गिरावट दोपहर 11.15 तक जारी रही। उस वक्त तक ये सूचकांक 61 हजार अंक के दायरे में लुढ़ककर 60,775 अंक के स्तर तक पहुंच चुका था।
इस स्तर पर घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने खरीदारी करके बाजार को संभालने की कोशिश भी की। इसके कारण सेंसेक्स में कुछ सुधार की स्थिति भी बनी, लेकिन बिकवाली का दबाव इतना ज्यादा था कि सेंसेक्स एक बार फिर लुढ़कने लगा। सेंसेक्स की ये गिरावट ढाई बजे तक जारी रही। उस वक्त तक सेंसेक्स टॉप लेवल से 1135.55 अंक गिरकर 60,485.65 अंक के स्तर तक पहुंच गया था। इस स्तर पर घरेलू संस्थागत निवेशकों ने आक्रामक तरीके से खरीदारी शुरू करके बाजार को संभालने की कोशिश की। इसकी वजह से सेंसेक्स आज के निचले स्तर से 437.58 अंक की रिकवरी करके कुल 336.46 अंकों की कमजोरी के साथ 60,923.50 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के निफ्टी ने भी गुरुवार सुबह 116.10 अंक की उछाल के साथ 18,382.70 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की थी। शुरुआती खरीददारी के सपोर्ट से निफ्टी में मामूली मजबूती भी नजर आई, लेकिन इसके बाद ये सूचकांक बिकवाली के दबाव में लगातार गिरता चला गया।
शुरुआती 20 मिनट के कारोबार के बाद में ही निफ्टी गिरकर 18,260 अंक के स्तर पर आ गया, लेकिन इसके बाद खरीदारी का सपोर्ट मिलने के कारण इस सूचकांक में अगले आधे घंटे तक थोड़ी मजबूती की स्थिति बनी रही और ये सूचकांक हरे निशान में कारोबार करता हुआ नजर आया। लेकिन सुबह 10 बजे एक बार फिर बिकवाली का दबाव बढ़ जाने के कारण निफ्टी में गिरावट का दौर शुरू हो गया।
सूचकांक में गिरावट का ये दौर दोपहर 11.15 बजे तक जारी रहा। इस अवधि में निफ्टी 18,111.25 अंक के स्तर तक गिर चुका था। हालांकि इसके बाद घरेलू संस्थागत निवेशकों की ओर शुरू की गई खरीदारी के कारण निफ्टी की स्थिति में कुछ सुधार जरूर आया, लेकिन ये सुधार भी टिकाऊ नहीं हो सका। बिकवाल एक बार फिर बाजार पर हावी हो गए, जिसके कारण निफ्टी दोपहर ढाई बजे तक गुरुवार के टॉप लेवल से 336.20 अंक लुढ़क कर 18,048 अंक के स्तर तक पहुंच गया। इस स्तर पर DII ने एक बार फिर खरीदारी शुरू की, जिससे निफ्टी गुरुवार को अपने निचले स्तर से 130.10 अंक रिकवर करके कुल 88.50 अंक की कमजोरी के साथ 18,178.10 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
गुरुवार को दिनभर के कारोबार में स्मॉलकैप और मिडकैप के शेयरों में काफी कमजोरी दिखाई दी। बाजार बंद होने के पहले हुई रिकवरी के बावजूद स्मॉल कैप इंडेक्स 0.8 फीसदी और मिडकैप इंडेक्स 0.4 फीसदी की कमजोरी के साथ बंद हुए। दिनभर हुई खरीद बिक्री के बाद दिग्गज शेयरों में से कोटक महिंद्रा बैंक 6.37 फीसदी, टाटा मोटर्स 4.33 फीसदी, ग्रासिम इंडस्ट्रीज 3.15 फीसदी, बीपीसीएल 2.26 फीसदी और एचडीएफसी 1.75 फीसदी की मजबूती के टॉप 5 गेनर बने। एशियन पेंट्स 5.29 फीसदी, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज 3.74 फीसदी, रिलायंस इंडस्ट्रीज 2.88 फीसदी, इंफोसिस 2.7 फीसदी और डॉक्टर रेड्डीज लैब 2.1 5 फीसदी कमजोरी के साथ टॉप 5 लूजर बने।