जयशंकर ने विदेश मंत्री पायने से 'टू-प्लस-टू' वार्ता से ठीक पहले मुलाकात की और दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने अपनी बात-चीत में अफगानिस्तान में नाजुक सुरक्षा हालात पर चर्चा की
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री डटन के साथ शुक्रवार को विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, वहीं जयशंकर ने विदेश मंत्री पायने से ‘टू-प्लस-टू’ वार्ता से ठीक पहले मुलाकात की और दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने अपनी बात-चीत में अफगानिस्तान में नाजुक सुरक्षा हालात पर चर्चा की और तालिबान शासित अफगानिस्तान से आतंकवाद फैलने की ‘साझा चिंताओं के बारे में बात की।
विदेश और रक्षा मंत्री की यह वार्ता ऐसे समय हो रही है जब क्वाड समूह के सभी सदस्य देश हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए नए सिरे से प्रयास कर रहे हैं। इसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया के अलावा अमेरिका और जापान भी हैं। ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पायने ने को कहा कि क्वाड बहुत ”प्रभावी रूप से” उभरा है और ऑस्ट्रेलिया इस क्षेत्र में एक मजबूत भूमिका निभाने के लिए भारत की बार बार सराहना करता है।
विदेश मंत्री पायने ने हिंद-प्रशांत के समक्ष ‘महत्वपूर्ण चुनौतियों’ के बारे में बात की और कहा कि ऑस्ट्रेलिया एक ऐसा क्षेत्र चाहता है जहां बड़े और छोटे सभी देशों के अधिकारों का परस्पर सम्मान किया जाए तथा कोई भी शक्ति दूसरों के लिए परिणाम तय नहीं करे। पिछले कुछ वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रक्षा और सैन्य सहयोग में काफी बढ़ोत्तरी हुई है।
पिछले साल , भारत और ऑस्ट्रेलिया ने अपने संबंधों को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक आगे बढ़ाया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन के बीच एक ऑनलाइन शिखर सम्मेलन के दौरान साजो- समान की सैन्य ठिकानों तक पारस्परिक पहुंच के लिए एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।