कैंप प्रभारी के पैर में लगी गोली, अस्पताल में भर्ती
अगरतला, 23 सितम्बर। त्रिपुरा में सीमा पर गश्त के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवानों में किन्हीं बातों को लेकर आपस में कहासुनी हो गई और देखते ही देखते बात इतनी आगे बढ़ गई कि गुस्से में आकर एक जवान ने अपने साथी की गोली मारकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं, साथी की हत्या करने वाला जवान अपने कैंप में पहुंच कर अंधाधुंध फायरिंग करने लगा, जिसमें एक गोली कैंप इंचार्ज के पैर में भी लगी। कैंप के संतरी ने बीएसएफ जवान को रोकने के लिए उस पर दो राउंड फायरिंग की, जिससे फायरिंग करने वाले जवान की भी मौके पर मौत हो गई। घायल कैंप इंचार्ज को जीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आपको बता दें कि घटना गोमती जिला के शिलाछारी थाना क्षेत्र के खगराछारी बीओपी में गुरुवार शाम करीब 5.15 बजे के आसपास घटी। गोमती जिला पुलिस अधीक्षक ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। बीएसएफ के आईजी भी अगरतला से घटनास्थल के लिए रवाना हो गये हैं। बीएसएफ सूत्रों के अनुसार गोमती जिला के शिलाछारी थाना अंतर्गत खगराछारी बीओपी में कार्यरत बीएसएफ की 20वीं बटालियन के हेड कांस्टेबल सब्बीर सिंह और कांस्टेबल प्रताप सिंह के बीच आज शाम भारत-बांग्लादेश सीमा पर गश्त पर गए थे। सीमा पर गश्त के दौरान उनका आपस में विवाद हो गया।
उत्तेजित सिपाही प्रताप सिंह ने हेड कांस्टेबल सब्बीर सिंह को अपनी सर्विस राइफल से गोली मार दी। इशके बाद, आक्रोशित जवान ने कैंप में लौटकर वहां भी अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसके चलते कैंप प्रभारी सब इंस्पेक्टर राम कुमार के पैर में गोली लगी। कैंप में उत्पन्न स्थिति को देखते हुए कैंप के संतरी ने प्रताप सिंह को खदेड़ने के लिए दो राउंड फायरिंग की, जिसमें उसकी मौत हो गयी।
इस बीच घायल उपनिरीक्षक राम कुमार को पहले टेपानिया जिला अस्पताल ले जाया गया। लेकिन हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें जीबी अस्पताल भेज दिया। इस बीच शिलाछारी थाना पुलिस सूचना पाकर मौके पर पहुंची। पुलिस ने दो शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। घटना की खबर मिलते ही गोमती जिला के पुलिस अधीक्षक और बीएसएफ के आईजी मौके पर रवाना हो गये हैं। पुलिस ने पहले ही जांच शुरू कर दी है। घटना के कारणों का पता लगाने के लिए सबूत जुटाए जा रहे हैं। पुलिस ने पूछताछ भी शुरू कर दिया है।