भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख को और कड़ा करते हुए, पाकिस्तान के रहीम यार खान एयरबेस पर एक सटीक एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया है। ऑपरेशन सिंदूर, जो कि पूरी तरह से गोपनीय रखा गया था, अब डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) की आधिकारिक ब्रीफिंग के बाद सार्वजनिक हो गया है। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने अत्याधुनिक तकनीकों और सटीक जानकारी के आधार पर दुश्मन की ज़मीन पर सफलता पूर्वक निशाना साधा।
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ब्रीफिंग के दौरान डीजीएमओ ने बताया कि यह हमला रात के अंधेरे में किया गया, ताकि किसी भी नागरिक को नुकसान न पहुँचे और दुश्मन को पूरी तरह से चौंकाया जा सके। टारगेट था रहीम यार खान का एयरबेस, जहाँ से आतंकी गतिविधियों को समर्थन दिया जा रहा था। भारत ने अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए यह सख्त कदम उठाया।
इस हमले के बाद जारी की गई सैटेलाइट तस्वीरों और वीडियो में देखा गया कि एयरबेस के रनवे के बीचों-बीच एक बड़ा गड्ढा बन गया है, जो बम की तीव्रता को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले से पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क को गहरी चोट पहुँची है और आने वाले समय में इससे उनकी क्षमता पर असर पड़ेगा।
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ऑपरेशन सिंदूर का नाम हिंदू संस्कृति में ‘सिंदूर’ की रक्षा की भावना से प्रेरित है, जो भारत की भूमि और अस्मिता की रक्षा के प्रतीक के रूप में लिया गया है। इस नाम से यह भी स्पष्ट होता है कि यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सम्मान की रक्षा का प्रतीक है।
भारतीय वायुसेना के सूत्रों के अनुसार, इस हमले में अत्याधुनिक मिसाइलों और ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया गया। फाइटर जेट्स ने 18 मिनट के भीतर मिशन को पूरा कर लिया और सुरक्षित वापसी की। सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि किसी भी नागरिक ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचा, जिससे यह ऑपरेशन अंतरराष्ट्रीय नियमों के दायरे में रहा।
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राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तेज़ रही। भारत के रक्षा मंत्री ने इसे ‘नए भारत की नई नीति’ बताया, जिसमें आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस अपनाया गया है। वहीं विपक्ष ने भी इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए इसे भारतीय सेना की क्षमता का प्रमाण बताया।
सोशल मीडिया पर ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारी चर्चा हो रही है। हैशटैग #OperationSindoor, #IndianAirStrike और #RahimYarKhanAirbase ट्रेंड कर रहे हैं। लोग भारतीय वायुसेना की तारीफ कर रहे हैं और इसे 2016 के उरी सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक से भी बड़ा कदम मान रहे हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि रहीम यार खान एयरबेस पर हमला सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक कड़ा संदेश है कि भारत अब सीमा पार से हो रहे आतंकी हमलों को सहन नहीं करेगा। यह ऑपरेशन आने वाले समय में आतंकियों और उन्हें समर्थन देने वालों के लिए एक चेतावनी है।
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डीजीएमओ ने अंत में कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर उसकी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा पर कोई हमला करेगा, तो जवाब उसी भाषा में दिया जाएगा।
इस ऑपरेशन से एक बात साफ हो गई है — भारत अब न सिर्फ अपने घर की सुरक्षा करता है, बल्कि आतंक के स्रोत तक पहुँच कर उसे जड़ से खत्म करने की रणनीति पर काम कर रहा है।