Mauni Amawasya in Prayagraj: संगमनगरी प्रयागराज में मौनी अमावस्या के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में अब तक करीब 85 लाख लोग आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. उम्मीद है कि 2 करोड़ से ज्यादा लोगों आज स्नान करने संगम तट पर पहुंचेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देश पर आम जनता की सुरक्षा के दृष्टिगत हेलीकॉप्टर द्वारा निगरानी की जा रही है. उसी हेलीकॉप्टर द्वारा सभी पूजनीय संतों, श्रद्धालुओं और कल्पवासियों का पुष्प वर्षा कर स्वागत एवं अभिनंदन किया जा रहा है.
पढ़ें :- लोकसभा चुनाव के बीच BSP की पूर्व MLA मीरा गौतम ने कांग्रेस का थामा दामन
माघ मेले में मौनी अमावस्या पर भक्तजन सुबह से ही यहां स्नान करने के लिए उमड़ रहे हैं. वहीं मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. कड़ाके की ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में लोग संगम तट पर पहुंच रहे हैं. दिन निकलने के साथ श्रद्धालुओं की संख्या संगम तट पर लगातार बढ़ रहा है.
'तीर्थराज' प्रयागराज में मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर पवित्र संगम में पुण्य स्नान की आप सभी को हार्दिक बधाई! pic.twitter.com/eWtRhLJadW
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 21, 2023
पढ़ें :- मछली मारते समय तालाब में डूबा युवक, मौत, परिजनों में कोहराम
हालांकि प्रयागराज जिला प्रशासन को उम्मीद है कि करीब एक करोड़ से ज्यादा लोग संगम तट पर डुबकी लगा सकते हैं. इस दौरान श्रद्धालुओं के ऊपर हेलीकॉप्टर (Helicopter) के पुष्प वर्षा की गई है. इसका वीडियो सीएम योगी आदित्यानाथ (Yogi Adityanath) ने शेयर किया है.
इस पुनीत अवसर पर पूज्य संतों, श्रद्धालुओं और कल्पवासियों पर पुष्पवर्षा कर उनका अभिनंदन हुआ। pic.twitter.com/RjN5HJPhA8
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 21, 2023
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए
पढ़ें :- UP के सरकारी हॉस्पिटलों में वेंटिलेटर की स्थिति पर हाईकोर्ट सख्त, मांगा ब्योरा
सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए पांच हजार से ज्यादा सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. इसमें पुलिस के साथ ही पैरा मिलेट्री फोर्स, पीएसी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड शामिल हैं.इसके अलावा सिविल डिफेंस और अपराध निरोधक कमेटी के भी स्वयंसेवक श्रद्धालुओं की सहायता में जगह-जगह सक्रिय हैं. सुरक्षा के लिए एंटी टेररिस्ट स्कवायड और स्पेशल टास्क फोर्स के कमांडो मेले में लगातार गश्त पर रहते हैं. खासतौर पर संगम नोज के पास उन्हें अलर्ट पर रखा गया है.