Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. गुजरातः  कल 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कच्छ के मांडवी में टकराएगा ‘बिपरजॉय’, 37,794 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया  

गुजरातः  कल 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कच्छ के मांडवी में टकराएगा ‘बिपरजॉय’, 37,794 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया  

By Rajni 

Updated Date

गांधीनगर।  शक्तिशाली तूफान ‘बिपरजॉय’ को लेकर सरकार अलर्ट है। तूफान से कोई जान-माल का नुकसान न हो, इसके लिए सरकार ने सारे प्रबंध कर लिए हैं।

पढ़ें :- पांच साल में सात बार.... छूटे न टीका एक भी बार

तूफान के गुजरात के कच्छ जिले की ओर बढ़ने की आशंका को देखते हुए सरकार ने अभी तक राज्य के आठ जिलों में समुद्र के आसपास रहने वाले करीब 37,794 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, शक्तिशाली चक्रवात 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह पहुंच सकता है।

गंभीर चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ अरब सागर के ऊपर उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ते हुए 14 जून को तड़के भारतीय समयानुसार ढाई बजे जखाऊ बंदरगाह से लगभग 280 किलोमीटर डब्ल्यूएसडब्ल्यू पर केंद्रित रहा। ‘बिपारजॉय’ 15 जून की शाम तक जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास से गुजरेगा।

गुजरात सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, अभी तक समुद्र तट के किनारे रह रहे 37,794 लोगों को निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है। आईएमडी के अनुसार, चक्रवात के 15 जून की शाम को 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार के साथ जखाऊ बंदरगाह के पास कच्छ में मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच टकराने की संभावना है।

तटीय हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की चेतावनी

पढ़ें :- उत्तर प्रदेश में रियल टाइम मॉनिटरिंग और जवाबदेही का राष्ट्रीय मानक स्थापित कर रहा डिजिटल सिस्टम

सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के तटीय हिस्सों खासकर कच्छ, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, चक्रवात के दस्तक देने और कमजोर होने के बाद, इसके उत्तर-पूर्व और दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ने की आशंका है। इस वजह से 15-17 जून तक उत्तर गुजरात में भारी बारिश होगी।

एनडीआरएफ के 17 और एसडीआरएफ के 12 दल पूरी तरह से तैयार

समुद्र के अशांत होने और आने वाले चक्रवात के कारण क्षेत्र में अत्यधिक भारी वर्षा के मद्देनजर मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों को 16 जून तक निलंबित कर दिया गया है और बंदरगाह बंद कर दिए गए हैं। देवभूमि द्वारका, राजकोट, जामनगर, जूनागढ़, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, मोरबी और वलसाड जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 17 और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के 12 दल पूरी तरह से तैयार हैं।

विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए मंगलवार रात राज्य सरकार के आपातकालीन संचालन केंद्र का दौरा किया।

चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से व्यापक क्षति होने की आशंका

पढ़ें :- टीबी इलाज में बड़ी खोज: IIT बॉम्बे ने बताया दवाओं को धोखा देने की पूरी प्रक्रिया

आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से व्यापक क्षति होने की आशंका है।गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले इससे सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि लोगों को निकालने का काम बुधवार को भी जारी रहेगा।

Advertisement