नई दिल्ली, 12 फरवरी। बजाज मोटर्स के संस्थापक राहुल बजाज का शनिवार को निधन हो गया। राहुल बजाज 83 साल के थे। बजाज 50 साल तक अपनी खड़ी की हुई कंपनी के चेयरमैन भी रहे। राहुल बजाज को सरकार ने 2001 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। राहुल बजाज भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता जमनालाल बजाज के पोते थे। राहुल ने अपनी पढ़ाई दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से की थी। उन्होंने मुंबई के लॉ यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री भी हासिल की थी।
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साल 1965 में संभाली थी बजाज समूह की कमान
राहुल बजाज ने साल साल1965 में बजाज समूह की कमान संभाली थी। उस समय भारत एक बंद अर्थव्यवस्था थी। उन्होंने कंपनी का नेतृत्व करते हुए बजाज चेतक नाम का स्कूटर बनाया था। इस स्कूटर को काफी नेम और फेम मिला और जिसे भारत के मध्यम वर्गीय परिवार की आकांक्षा का सूचक माना गया। इसके बाद कंपनी आगे ही बढ़ती चली गई।
बजाज को एक मुकाम पर पहुंचाया
90 के दशक में जब भारत में उदारीकरण की शुरुआत हुई थी तो भारत एक खुली अर्थव्यवस्था की तरफ बढ़ गया और जापानी मोटर साइकिल कंपनियों से भारतीय दुपहिया वाहनों को कड़ी टक्कर मिलने लगी, उस समय भी राहुल बजाज ने कंपनी को आगे बढ़ाया। बजाज समूह की कंपनी बजाज ऑटो का कारोबार एक समय 7.2 करोड़ रुपये था, जो कि आज के वक्त में 12,000 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है और उसके उत्पादों का पोर्टफोलियो भी बढ़ा है। राहुल बजाज के नेतृत्व में ही उनके उत्पादों को वैश्विक बाजार में जगह मिली।
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राहुल बजाज ने पिछले साल छोड़ा था पद
राहुल बजाज ने उम्र का हवाला देते हुए पिछले साल ही पद छोड़ने का ऐलान किया था। कंपनी के गैर-कार्यकारी निदेशक राहुल बजाज 1972 से बजाज ऑटो और पिछले 5 दशकों से बजाज ग्रुप ऑफ कंपनीज से जुड़े थे।
वहीं राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद्म भूषण से सम्मानित उद्योगपति राहुल बजाज के निधन पर शोक व्यक्त किया।
Saddened to learn of Shri Rahul Bajaj’s demise. A doyen of Indian industry, he was passionate about its priorities. His career reflected the rise and innate strength of the nation’s corporate sector. His death leaves a void in the world of industry. My condolences to his family.
— President of India (@rashtrapatibhvn) February 12, 2022
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Shri Rahul Bajaj Ji will be remembered for his noteworthy contributions to the world of commerce and industry. Beyond business, he was passionate about community service and was a great conversationalist. Pained by his demise. Condolences to his family and friends. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 12, 2022