Covid-19 Guideline : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड से बचाव को लेकर बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने सोमवार को टीम-09 की बैठक में कहा कि प्रदेश के सभी शासकीय, निजी कार्यालयों में (आवश्यक सेवाओं के अलावा) एक समय में 50 प्रतिशत कार्मिकों की भौतिक उपस्थिति की व्यवस्था लागू की जाए। साथ ही आवश्यकतानुसार कर्मचारियों को ‘वर्क फ्रॉम होम’ की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
पढ़ें :- CM Yogi Adityanath Highlights Importance of Health Services in Gorakhnath Yatra, Stresses on India’s Spiritual and Social Traditions
कोविड पॉजिटिव होने पर सात दिनों के वेतन के साथ अवकाश की व्यवस्था
इसके अलावा उन्होंने आदेश दिया है कि निजी क्षेत्र के कार्यालयों में सेवारत कोई कर्मचारी यदि कोविड पॉजिटिव होता है तो उसे भी न्यूनतम सात दिनों का वेतन सहित अवकाश अनुमन्य कराया जाए। सभी कार्यालयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना अनिवार्य रूप से हो, तथा बिना स्क्रीनिंग किसी को भी प्रवेश न दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर एक प्रदेशवासी के जीवन और जीविका की सुरक्षा के लिए संकल्पित है। इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों के सकारात्मक परिणाम भी मिल रहे हैं। बीते कुछ दिनों से प्रदेश में कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। लोगों में पैनिक न हो, इसलिए उन्हें सही, सटीक और समुचित जानकारी दी जाए।
प्रदेश में एक्टिव केस की कुल संख्या 33 हजार 946
पढ़ें :- "जनता दर्शन में भावुक पल: CM Yogi Adityanath ने बच्चे को दी चॉकलेट, लोगों का दिल जीत लिया"
उन्होंने कहा कि उप्र में वर्तमान में एक्टिव केस की कुल संख्या 33 हजार 946 है। इनमें से 33 हजार 563 लोग होम आइसोलेशन में हैं। लिहाजा बहुत कम संख्या में लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत पड़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वेरिएंट पहले के वेरिएंट की तुलना में बहुत कम नुकसानदेह है, जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, उनके लिए यह बड़ा खतरा नहीं है। परन्तु बावजूद इसके कोरोना प्रोटोकॉल का हर हाल में अनुपालन करना बेहद जरूरी है। सीएम योगी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि, इस वक्त में लोगों को घबराने की नहीं बल्कि सावधानी और सतर्कता की जरूरत है।
मरीजों के लिए जल्द शुरू हो टेलिकन्सल्टेशन की सुविधा
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए टीकाकरण को और तेज करने की जरूरत है। इस क्रम में घोषित निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार चरणबद्ध रूप से जिलों को चिन्हित करते हुए 100 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य तय किया जाए। मतदान तिथि के 10 दिन पहले तक संबंधित जिलों के हर एक नागरिक को टीका-कवर मिलना सुनिश्चित किया जाए।
अधिकारियों को आदेश देते हुए उन्होंने कहा कि, इस नई नीति के अनुसार विस्तृत कार्ययोजना आज शाम तक तैयार कर प्रस्तुत की जाए। सरकारी, निजी क्षेत्र के सभी अस्पतालों में ओपीडी मरीजों के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट को प्रोत्साहित किया जाए। मरीजों के लिए टेलिकन्सल्टेशन की सुविधा का विकल्प दिया जाना चाहिए।
बाहर से आने वाले लोगों पर रखें विशेष नजर
पढ़ें :- CM Yogi Adityanath का बड़ा बयान: "Waqf कानून के नाम पर अन्याय नहीं होने देंगे, हर हिंदू की रक्षा करेंगे"
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बस, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट जैसे स्थानों पर टेस्टिंग के दौरान कोविड पॉजिटिव पाए जा रहे लक्षणयुक्त लोगों को संस्थागत आइसोलेशन में रखा जाए। इनके लिए क्वारन्टीन सेंटर, भोजन और समुचित उपचार की पुख्ता व्यवस्था की जाए।
उन्होंने कहा कि बीते 24 घंटों में हुई दो लाख एक हजार 465 सैम्पल की जांच में कुल 8334 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 335 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। लोगों को मास्क पहनने, टीका लेने और सोशल डिस्टेन्सिंग के लिए प्रेरित किया जाए। बचाव का यह सर्वोत्तम प्राथमिक उपाय है। कोविड से बचाव के लिए अति महत्वपूर्ण टीकाकरण का कार्य प्रदेश में सुचारू रूप से चल रहा है।
आज से शुरू हो रही है बूस्टर डोज़ देने की प्रक्रिया
आज से सभी कोरोना वॉरियर्स, हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स तथा 60 वर्ष से ऊपर की आयु के को-मॉर्बीडिटी वाले नागरिकों को प्री-कॉशन डोज दी जा रही है। भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप हर पात्र व्यक्ति को प्री-कॉशन डोज जरूर दी जाए। पुलिस बल के हर सदस्य को प्री-कॉशन डोज दी जाए।
हर जिले के नोडल अधिकारियों को उनके सम्बंधित जिलों में तीन दिवसीय प्रवास पर भेजा जाए। प्रवास के दौरान यह नोडल अधिकारी जिलों में कोविड ट्रेसिंग, टेस्टिंग, टीकाकरण, अस्पतालों की व्यवस्था, गोशालाओं के प्रबंधन, रैन बसेरों के इंतजाम आदि का निरीक्षण करेंगे। आवश्यकतानुसार व्यवस्थाओं को दुरुस्त करेंगे।