नई दिल्ली। डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जिसका इलाज मुमकिन नहीं है।यह एक लाइफस्टाइल से जुड़ी समस्या है जो सही लाइफस्टाइल फॉलो करके ही कंट्रोल में रखा जा सकता है। जब डायबिटीज में जीवन शैली से जुड़ी कई सारी समस्याएं होती है।
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जैसे इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत होती है।कमजोरी और थकान महसूस होती है। लेकिन क्या आपको मालूम है की डायबिटीज के कारण हेयर फॉल भी हो सकता है।आईए जानते हैं इस बारे में विस्तार सेजर्नल ऑफ हेयर एंड स्कैल्प हेल्थ के मुताबिक दिनभर में 50 से 100 बाल झड़ना आम है।
मानसून के सीजन में ये समस्या बढ़ जाती है। वहीं है जो व्यक्ति तनाव या फिर प्रेगनेंसी में भी हार्मोनल चेंजेस जिसके कारण बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। लेकिन ब्लड शुगर में कमी बेशी भी बालों के झड़ने का कारण बन सकती है। वहीं डायबिटीज से पीड़ित लोगों में तनाव की समस्या काफी देखने को मिलती है। जिससे शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। कॉर्टिसोल एक ऐसा हार्मोन है जो बालों के झड़ने का कारण बनता है।
टाइप 1 डायबिटीज वाले लोगों में ऑटोइम्यून विकार विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।इसके कारण ऐलोपेसिया एरीट हो सकता है।इसमे प्रतिरक्षा प्रणाली हेयर फोलिक्ल पर हमला करती है, जिसे स्कैल्प औऱ शरीर के अन्य हिस्सों के बाल झड़ने लगते हैं।मधुमेह के कारण थायराइड डिसऑर्डर भी हो जता है।थायराइड हार्मोन लेवल में बाधा होने पर हेयर हेल्थ भी प्रभावित हो जाते हैं।
कैसे करें बचाव ?
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ब्लड शुगर मैनेजमेंट से बालों को झड़ने से रोगने में मदद मिल सकती है।संतुलित डाइट लेने से आप ब्लड शुगर मैनेज कर सकते हैं।
मधुमेह से निपटने के लिए फिजिकल एक्टिविटी बढ़ानी होगी।कई योगासन और एक्सरसाइज भई बालों का झड़ना रोक सकते हैं।
पर्याप्त मात्रा में पानी से आप हाइड्रेटेड रहेंगे,आपका स्कैल्प भी हाइड्रेटेड रहेगा, जिससे बालों का झड़ना कम हो सकता है
स्ट्रेस कम लें।इसके लिए आप मेडिटेशन औऱ योग कर सकते हैं।इससे तनाव को कम किया जा सकता है और बालों का झड़ना रोगा जा सकता है।