Punjab: पंजाब में बाढ़ का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है और राज्य के 10 जिलों में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। बारिश और नदियों में पानी बढ़ने के चलते प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। बांधों में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है और यदि इसे नियंत्रित न किया गया, तो और बड़ा संकट खड़ा हो सकता है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए निर्देशित किया जा रहा है।
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विशेषकर लुधियाना, अमृतसर, कपूरथला, तरनतारन, फाजिल्का और फिरोजपुर जिलों में सबसे ज्यादा पानी जमा हुआ है। प्रशासन ने राहत और बचाव के लिए NDRF की टीमों को सक्रिय कर दिया है। स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार लगातार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और राहत सामग्री उपलब्ध कराने में जुटी हुई है।
बांधों पर झमता से अधिक पानी जमा होने के कारण खतरा और बढ़ गया है। अगर जलस्तर और बढ़ा, तो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तबाही मुमकिन है। किसान भी इस बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं, क्योंकि फसलें पानी में डूब रही हैं और कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है।
प्रदेश के लोग लगातार सोशल मीडिया के जरिए मदद की अपील कर रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचें। वहीं राहत शिविरों में लोगों के लिए खाने-पीने और दवाइयों का इंतजाम किया गया है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में और भारी बारिश की संभावना जताई है, इसलिए सतर्क रहने की आवश्यकता है। राज्य सरकार ने सभी एजेंसियों को अलर्ट रहने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है। बाढ़ के इस कहर में हर किसी की सुरक्षा सर्वोपरि है, और प्रशासन, एनडीआरएफ और स्थानीय लोग मिलकर प्रभावितों तक राहत सामग्री पहुंचाने में जुटे हुए हैं। इस समय केवल संयम और सतर्कता ही लोगों को सुरक्षित रख सकती है।