नई दिल्ली। दुनिया भर में शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया गया। इसकी शुरुआत 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग से हुई थी। जहां कई देशों ने बाघ को बचाने का वैश्विक लक्ष्य रखा था। बाघों को बचाने में भारत का भी बड़ा योगदान रहा है। आज दुनिया में सबसे ज्यादा टाइगर भारत में पाए जाते हैं।
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केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर कहा कि भारत में 3100 से ज्यादा बाघों की संख्या प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता अपने आप बयां करती है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारत में 3,100 से ज्यादा बाघों के साथ, प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता खुद बयां करती है। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर आइए हम इकोसिस्टम की रक्षा करने का संकल्प लें।
पर्यावरण मंत्री के ट्वीट का जवाब देते हुए स्मृति ईरानी, जो महिला एवं बाल विकास मंत्री भी हैं, ने कहा कि वास्तव में बड़ी सफलता है। भारत का प्रोजेक्ट टाइगर हमारी भूमि में पनप रहे 3100 से ज्यादा बाघों के साथ हमारे वन्यजीवों के पोषण और संरक्षण के अथक प्रयासों का एक ज्वलंत उदाहरण है।